शिमला: प्रदेश सरकार शिमला के प्राचीन वैभव को बनाए रखने के लिए कृतसंकल्प है. इसके लिए शिमला स्मार्ट सिटी परियोजना के अन्तर्गत शहर में विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं, ताकि लोगों को इनका समुचित लाभ मिल सके. यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज ढली में लगभग 49 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली डबल लेन सुरंग की आधारशिला (double lane tunnel at Dhalli ) रखने के बाद कही.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ढली की पुरानी सुरंग वर्षों पूर्व 1852 ई. में निर्मित की गई थी और अब 147 मीटर लम्बी इस नई डबल लेन सुरंग से यात्रियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सकेगी. उन्होंने कहा कि शिमला शहर का निरंतर विकास होने से इसका व्यापक विस्तार हुआ है और ऐसे में प्रभावी यातायात प्रबन्धन के लिए ठोस कदम उठाना आवश्यक हो जाता है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि स्मार्ट सिटी परियोजना के अन्तर्गत सभी कार्य तीव्र गति से पूर्ण हों. उन्होंने कहा कि हालांकि यह परियोजना वर्ष 2016 में शुरू की गई थी, लेकिन इसने वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल में ही गति पकड़ी है.
उन्होंने कहा कि शिमला शहर के लिए 70 करोड़ रुपये की लागत की पेयजल आपूर्ति योजना रिकॉर्ड समयावधि में पूर्ण करके शहर में पेयजल संकट की समस्या (Drinking water supply scheme in Shimla city) का निराकरण किया गया है. उन्होंने कहा कि शहर के लिए 1813 करोड़ रुपये की एक नई पेयजल आपूर्ति परियोजना भी तैयार की जा रही है, जिसका कार्य पूर्ण होने पर शहर में आगामी 100 वर्षों तक पानी की समस्या का हल हो सकेगा.
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज (Urban Development Minister Suresh Bhardwaj) ने कहा कि नई सुरंग के निर्मित होने से इस मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही और सुगम हो सकेगी. यह सुरंग शिमला जिला के कसुम्पटी और शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्रों (Shimla Urban Assembly Constituency) को आपस में जोड़ेगी. उन्होंने कहा कि शिमला शहर में स्मार्ट सिटी योजना के अन्तर्गत सड़कों को चौड़ा करने, पैदल पुलों, फुटपाथ, पार्किंग इत्यादि से संबंधित विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं.
भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेन्द्र भोटका ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया. इस अवसर पर चौपाल के विधायक बलवीर वर्मा, शिमला नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल और उपायुक्त आदित्य नेगी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.
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