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साख का सवाल, रिवाज बदलने को चप्पा-चप्पा छान रहे सीएम जयराम! - Jairam govt development works

हिमाचल में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की साख दांव पर लगी है. जिसके तहत प्रदेश में ताबड़तोड़ रैलियां की जा रही है. भाजपा सरकार हिमाचल में भाजपा मिशन रिपीट का संकल्प लेकर चली है. हालांकि हिमाचल में 1985 के बाद सत्ता रिपीट नहीं हुई. रिवाज बदलने के लिए जयराम इसके लिए चप्पा-चप्पा छान रहे हैं. (Himachal Assembly Election 2022) (BJP Rallies in Himachal)

Himachal Assembly Election 2022
हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022
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Published : Nov 6, 2022, 12:08 PM IST

शिमला: हिमाचल में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की साख दांव पर लगी है. हिमाचल में भाजपा मिशन रिपीट का संकल्प लेकर चली है, इसके लिए हिमाचल में अबकी बार रिवाज बदलने की बात कर रही है. इसकी एक बड़ी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर है. हालांकि हिमाचल में 1985 के बाद सत्ता रिपीट नहीं हुई. रिवाज बदलने के लिए जयराम इसके लिए चप्पा-चप्पा छान रहे हैं. एक के बाद कई चुनावी कार्यक्रम वे इन दिनों कर रहे हैं. (Himachal Assembly Election 2022)

दो सप्ताह में चालीस से ज्यादा चुनावी रैलियां कर चुके हैं जयराम- भाजपा हाई कमान ने राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को हिमाचल में चुनाव प्रचार में लगा रखा है. केंद्र सरकार के मंत्रियों के अलावा दूसरे प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को भी हिमाचल के चुनाव में प्रचार के लिए भेजा जा रहा है. मगर खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सभी हल्कों में जाकर जनता से सीधा संवाद कर रहे हैं. जयराम ठाकुर एक के बाद एक रैलियां कर रहे हैं. रोजाना तीन से चार कार्यक्रम वह हिमाचल में कर रहे हैं. बीते दो सप्ताह में वह हिमाचल में चालीस से अधिक चुनावी रैलियां और कार्यक्रम कर चुके हैं. (BJP Rallies in Himachal)

यही नहीं चुनावों की घोषणा से पहले भी जयराम पूरे प्रदेश में दौरा कर चुके हैं. हिमाचल की स्थापना के 75 साल और आजादी के अमृत महोत्सव के 75 कार्यक्रम सरकार सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनावों की घोषणा से पहले कर चुकी है. मुख्यमंत्री ने खुद इन कार्यक्रमों की अध्यक्षता की है. इन कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में शिलान्यास और लोकार्पण भी जयराम ने किए, हालांकि इनको लेकर जयराम विपक्ष के निशाने पर रहे हैं.

प्रदेश सरकार के कार्यों के साथ मोदी सरकार की योजनाओं का भी कर रहे बखान- जयराम ठाकुर डबल इंजन सरकार को हिमाचल के विकास के लिए जरूरी बता रहे हैं. वह विधानसभा क्षेत्र में जाकर अपने कामों को गिनवा रहे हैं, तो केंद्र की मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों का भी उल्लेख कर रहे हैं. स्वास्थ्य के लिए केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना के साथ हिमाचल की हिमकेयर योजना, फ्री में रसोई गैस की केंद्र की उज्ज्वला योजना के साथ ही हिमाचल की गृहणी सुविधा योजना जैसे कार्यों सहित अन्य योजनाओं का जिक्र वह कर रहे हैं. केंद्र से हिमाचल को मिले बल्क ड्रग पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क के शिलान्यास, एम्स बिलासपुर, मेडिकल कॉलेज जैसे प्रोजेक्टों को इन चुनावों में मुख्यमंत्री के साथ अन्य नेता भी भुना रहे हैं. (Jairam govt development works)

'जो काम बड़े नहीं कर पाए, वो छोटे लोग करेंगे'- प्रदेश में बीते 37 सालों से कोई भी सरकार लगातार दूसरी बार सत्ता में नहीं आई, फिर चाहे हिमाचल में छह बार कांग्रेस के मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की सरकार हो या भाजपा के प्रेम कुमार धूमल की सरकार हो. अफसराशाही पर मजबूत पकड़ रखने वाले ये दोनों मुख्यमंत्री अपनी पार्टी की सरकारों का मिशन रिपीट नहीं कर पाए. विपक्ष को एंटी इनकंबेंसी का सहारा है, विपक्ष के नेता बीजेपी सरकार और मुख्यमंत्री पर लगातार हमले कर रहे हैं. मगर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर रिवाज बदलने का दावा कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश, उतराखंड के चुनावों में भाजपा मिशन रिपीट कर पाई है. ऐसे में मुख्यमंत्री भी कह रहे हैं कि जो काम बड़े नहीं कर पाए, वो अबकी बार छोटे लोग करेंगे.

क्या डबल इंजन सरकार बदल पाएगी हिमाचल में रिवाज- हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 भले ही जयराम ठाकुर की अगुवाई में लड़े जा रहे हो, मगर भाजपा के लिए इन चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बड़ा चेहरा हैं. मुख्यमंत्री से लेकर अन्य नेता मोदी को हिमाचल से कनेक्ट करने की हर कोशिश कर रहे हैं. मगर कर्मचारियों की नाराजगी, महंगाई, बेरोजगारी जैसे बड़े मुद्दों से भाजपा इन चुनावों में कैसे निपटती है, यह उनके मिशन रिपीट का निर्धारण करेगा. (BJP mission repeat in Himachal) (CM Jairam credibility is at stake in Himachal)


ये भी पढ़ें: जो खुद को कट्टर ईमानदार कहते हैं वो ही सबसे बड़े भ्रष्टाचारी हैं: पीएम मोदी

शिमला: हिमाचल में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की साख दांव पर लगी है. हिमाचल में भाजपा मिशन रिपीट का संकल्प लेकर चली है, इसके लिए हिमाचल में अबकी बार रिवाज बदलने की बात कर रही है. इसकी एक बड़ी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर है. हालांकि हिमाचल में 1985 के बाद सत्ता रिपीट नहीं हुई. रिवाज बदलने के लिए जयराम इसके लिए चप्पा-चप्पा छान रहे हैं. एक के बाद कई चुनावी कार्यक्रम वे इन दिनों कर रहे हैं. (Himachal Assembly Election 2022)

दो सप्ताह में चालीस से ज्यादा चुनावी रैलियां कर चुके हैं जयराम- भाजपा हाई कमान ने राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को हिमाचल में चुनाव प्रचार में लगा रखा है. केंद्र सरकार के मंत्रियों के अलावा दूसरे प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को भी हिमाचल के चुनाव में प्रचार के लिए भेजा जा रहा है. मगर खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सभी हल्कों में जाकर जनता से सीधा संवाद कर रहे हैं. जयराम ठाकुर एक के बाद एक रैलियां कर रहे हैं. रोजाना तीन से चार कार्यक्रम वह हिमाचल में कर रहे हैं. बीते दो सप्ताह में वह हिमाचल में चालीस से अधिक चुनावी रैलियां और कार्यक्रम कर चुके हैं. (BJP Rallies in Himachal)

यही नहीं चुनावों की घोषणा से पहले भी जयराम पूरे प्रदेश में दौरा कर चुके हैं. हिमाचल की स्थापना के 75 साल और आजादी के अमृत महोत्सव के 75 कार्यक्रम सरकार सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनावों की घोषणा से पहले कर चुकी है. मुख्यमंत्री ने खुद इन कार्यक्रमों की अध्यक्षता की है. इन कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में शिलान्यास और लोकार्पण भी जयराम ने किए, हालांकि इनको लेकर जयराम विपक्ष के निशाने पर रहे हैं.

प्रदेश सरकार के कार्यों के साथ मोदी सरकार की योजनाओं का भी कर रहे बखान- जयराम ठाकुर डबल इंजन सरकार को हिमाचल के विकास के लिए जरूरी बता रहे हैं. वह विधानसभा क्षेत्र में जाकर अपने कामों को गिनवा रहे हैं, तो केंद्र की मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों का भी उल्लेख कर रहे हैं. स्वास्थ्य के लिए केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना के साथ हिमाचल की हिमकेयर योजना, फ्री में रसोई गैस की केंद्र की उज्ज्वला योजना के साथ ही हिमाचल की गृहणी सुविधा योजना जैसे कार्यों सहित अन्य योजनाओं का जिक्र वह कर रहे हैं. केंद्र से हिमाचल को मिले बल्क ड्रग पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क के शिलान्यास, एम्स बिलासपुर, मेडिकल कॉलेज जैसे प्रोजेक्टों को इन चुनावों में मुख्यमंत्री के साथ अन्य नेता भी भुना रहे हैं. (Jairam govt development works)

'जो काम बड़े नहीं कर पाए, वो छोटे लोग करेंगे'- प्रदेश में बीते 37 सालों से कोई भी सरकार लगातार दूसरी बार सत्ता में नहीं आई, फिर चाहे हिमाचल में छह बार कांग्रेस के मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की सरकार हो या भाजपा के प्रेम कुमार धूमल की सरकार हो. अफसराशाही पर मजबूत पकड़ रखने वाले ये दोनों मुख्यमंत्री अपनी पार्टी की सरकारों का मिशन रिपीट नहीं कर पाए. विपक्ष को एंटी इनकंबेंसी का सहारा है, विपक्ष के नेता बीजेपी सरकार और मुख्यमंत्री पर लगातार हमले कर रहे हैं. मगर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर रिवाज बदलने का दावा कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश, उतराखंड के चुनावों में भाजपा मिशन रिपीट कर पाई है. ऐसे में मुख्यमंत्री भी कह रहे हैं कि जो काम बड़े नहीं कर पाए, वो अबकी बार छोटे लोग करेंगे.

क्या डबल इंजन सरकार बदल पाएगी हिमाचल में रिवाज- हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 भले ही जयराम ठाकुर की अगुवाई में लड़े जा रहे हो, मगर भाजपा के लिए इन चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बड़ा चेहरा हैं. मुख्यमंत्री से लेकर अन्य नेता मोदी को हिमाचल से कनेक्ट करने की हर कोशिश कर रहे हैं. मगर कर्मचारियों की नाराजगी, महंगाई, बेरोजगारी जैसे बड़े मुद्दों से भाजपा इन चुनावों में कैसे निपटती है, यह उनके मिशन रिपीट का निर्धारण करेगा. (BJP mission repeat in Himachal) (CM Jairam credibility is at stake in Himachal)


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