शिमला: देश भर में फैले कोरोना वायरस को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 2186 लोगों को निगरानी में रखा गया है. जिसमें से 591 लोगों ने 28 दिनों की निगरानी अवधि पूरी कर ली है. अब तक 99 व्यक्तियों की जांच की जा चुकी है और आज 19 व्यक्तियों की रिपोर्ट प्राप्त हुई.
सीएम ने कहा कि जो रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है, उनमें से अब तक कुल 3 मामलों की पुष्टि हुई है. जिनमें से एक की जानकारी उसकी मृत्यु के बाद पता चली है. वहीं, मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि कर्फ्यू में ढील देकर प्रशासन लोगों को लॉकडाउन के प्रभाव को कम करने के लिए सक्रिय रूप से काम करेगा. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बनाए रखने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे.
अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्वास्थ्य आरडी धीमान ने कहा कि राज्य में पीपीई किट का पर्याप्त स्टॉक है. उन्होंने कहा कि आवश्यकता होने पर जवाहर नवोदय विद्यालय और डाइट छात्रावासों के भवनों को श्रेणी बी के रोगियों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे कि राज्य के बाहर से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में बाधा न आए. उन्होंने कहा कि इसके लिए आपूर्ति लाइन के पूरक के लिए कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में राशन, दालों और खाद्य तेलों का पर्याप्त भंडार है और पर्याप्त मात्रा में दूध और ब्रेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे.
सीएम जयराम ने कहा कि अगर आवश्यकता हुई तो उपभोक्ताओं की सुविधा और अनावश्यक भीड़-भाड़ से बचाव के लिए दुग्ध संग्रह केंद्रों की स्थापना की जाएगी. वहीं, पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी ने कहा कि पुलिस विभाग कर्फ्यू में छूट के घंटों के दौरान लोगों को सुविधा देने के अलावा कर्फ्यू का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करेगा.
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