शिमला: राजधानी शिमला में ‘मुख्यमंत्री हेल्पलाइन’ को लोगों के लिए शुरू कर दिया गया है. इसका कार्यालय (कॉल सेंटर) शिमला के टूटीकंडी में खोला गया है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि लोग प्रदेश सरकार हेल्पलाइन के टोल फ्री नंबर पर कॉल करके अपनी शिकायत एवं समस्या को दर्ज करवा सकेगे. इसके बाद आम लोग यह भी जान सकेंगे कि उनके द्वारा दर्ज शिकायत पर क्या कार्रवाई हो रही है.
खास बात ये है कि शिकायत दर्ज होते ही ‘मुख्यमंत्री हेल्पलाइन’ में तैनात कर्मचारी समस्या को संबंधित अधिकारी के पास समाधान के लिए भेज देंगे. सभी अधिकारियों को शिकायतों का समयबद्ध निवारण करना होगा. साथ ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेश मंत्रिमंडल के सदस्य भी हर महीने फोन के माध्यम से जनता से उनकी शिकायत के निवारण संबंधी बात करेंगे.
'मुख्यमंत्री हेल्पलाइन' के माध्यम से जनमंच में मिली शिकायतों की प्रगति की निगरानी भी की जाएगी. यह हेल्पलाइन सुबह 7 से रात 10 बजे तक कार्य करेगी. इससे सरकार के काम में भी पारदर्शिता सुनिश्चित होगी. मुख्यमंत्री ने सभी विभागों से आग्रह किया है कि जनहित में शुरू की जा रही इस प्रणाली को सफल बनाने में सहयोग दें.
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री हेल्पलाइन’ के साथ पंजीकृत कॉल को सिस्टम द्वारा खुद ही संबंधित विभाग को सौंपा जाएगा. इसमें चार स्तरीय शिकायत प्रणाली की योजना बनाई गई है. स्तर-1 पर खंड, स्तर-2 पर तहसील, स्तर-3 पर जिला और स्तर-4 पर राज्य है. सभी अधिकारियों को समय सीमा में शिकायत का निवारण करना होगा. अगर समय सीमा पूरी हो गई या शिकायतकर्ता असंतुष्ट हैं तो समस्या अगले स्तर पर भेज दी जाएगी. बता दें कि शिकायतकर्ता की संतुष्टि के बाद ही शिकायत बंद होगी.
वहीं भाजपा नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से ये साफ होता है कि सरकार जमीनी स्तर पर काम करना चाहती है और प्रदेशवासियों से सीधा संवाद करना चाहती है, जो कि आज तक के इतिहास में पहली बार हुआ है.
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