शिमला: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में हुए हत्याकांड के बाद सियासी बयानबाजी चरम पर है. भाजपा इस मामले को लेकर सरकार पर हमलावर है और जांच पर सवाल उठा रही हैं. वहीं, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने पुलिस अधिकारियों को इस मामले को लेकर नेताओं की तरह बयानबाजी न करने की नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में डीजीपी छुट्टी पर है और डीजीपी का चार्ज किसी को नहीं दिया गया है. कुछ पुलिस के अधिकारी नेताओं की तरह बयानबाजी कर रहे हैं और भाजपा पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं.
अधिकारियों को सोच समझ कर देना चाहिए बयान: जयराम ठाकुर ने कहा कि जो अधिकारी भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं, ऐसे अधिकारियों को सोच समझ कर बयान देना चाहिए और अपनी मर्यादा में रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस मामले में आरोपी के पकड़े जाना अलग बात है, लेकिन मामले की विस्तृत जांच होनी चाहिए, लेकिन मामले की सही दिशा में जांच नहीं हो रही है. लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं. मामले की सही जांच हो इसके लिए एनआईए से जांच होनी चाहिए. ताकि आरोपी की असलियत सब के सामने आए.
एनआईए से होनी चाहिए जांच: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है कि पूर्व मुख्यमंत्री को पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे और 60 किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया. जबकि सब लोग पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के 98 प्रतिशत हिंदुओं को हराने जैसे बयानों के परिणाम सामने हैं. हमने एनआईए जांच की मांग की है. सरकार मामले की एनआईए जांच करवाए. मुख्यमंत्री बार-बार पूछ रहे हैं कि भाजपा विरोध क्यों कर रही है. इस तरह के जघन्य अपराध हो रहा है तो हम विरोध भी ना करें.
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