शिमला: हिमाचल में उपचुनावों के लिए प्रत्याशियों के नामों पर अंतिम मुहर लगाने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) शनिवार सुबह दिल्ली जा सकते हैं. वहीं, सीएम जयराम और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शनिवार शाम 4 बजे मिलने का समय निर्धारित हुआ है. साथ ही गृह मंत्री अमित शाह और आला नेताओं से भी मुख्यमंत्री इस दौरान मुलाकात कर सकते हैं.
बता दें कि प्रदेश में तीन विधानसभा क्षेत्रों और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं. कांग्रेस की तरफ से जुब्बल-कोटखाई और फतेहपुर विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार लगभग तय हैं. ऐसे में भाजपा भी जल्द उम्मीदवार तय करने की तैयारी हैं ताकि चुनाव प्रचार में तेजी लाई जा सके. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का दिल्ली दौर काफी दिनों से तय था, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के कारण उन्होंने दिल्ली दौरा स्थगित कर दिया था. अब शनिवार को दिल्ली जाने का कार्यक्रम है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का कार्यक्रम है. इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष से मुलाकात का भी कार्यक्रम है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जयराम ठाकुर ने पीएम मोदी से मुलाकात के लिए समय मांगा, जिसके बाद सीएम जयराम को शाम 4 बजे का समय मिला है. अब दिल्ली में मुख्यमंत्री किन नेताओं से मुलाकात कर पाते हैं यह तो शनिवार को ही पता चल पाएगा. दिल्ली दौरे के बाद जयराम ठाकुर का राजस्थान जाने का कार्यक्रम है. मुख्यमंत्री सोमवार शाम तक वापस शिमला पहुंच सकते हैं.
प्रदेश के चार में से तीन संसदीय क्षेत्रों की विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट पर होने वाले ये चुनाव 2022 के विधानसभा चुनावों का सेमीफाइनल ही समझा जा रहा है. ऐसे में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की साख दांव पर है.
इस साल फरवरी में कांग्रेस के ही कद्दावर नेताओं में शुमार और वीरभद्र सिंह के करीबी रहे फतेहपुर से विधायक सुजान सिंह पठानिया का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था, जिसके बाद फतेहपुर सीट पर विधानसभा चुनाव होने हैं. कांगड़ा प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है. भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दल किसी भी कीमत पर इस सीट को अपने पाले में डालना चाहेंगे. ताकि आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए जिला की जनता को एक संदेश दिया जा सके.
17 मार्च को दिल्ली स्थित सरकारी आवास में मंडी लोकसभा क्षेत्र से सांसद रामस्वरूप शर्मा की मौत हो गई. उस दौरान हिमाचल विधानसभा का सत्र जारी था और रामस्वरूप के निधन की खबर सुनकर हरकोई स्तब्ध था. मंडी लोकसभा सीट भाजपा के लिए बड़ी महत्वपूर्ण है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह जिला होने के कारण यह जीत हासिल करना भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है. ऐसे में अगर वीरभद्र सिंह के परिवार से कोई चुनावी मैदान में उतरता है तो सहानभूति लहर के चलती भाजपा को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
इसके बाद 5 जून को प्रदेश सरकार के मुख्य सचेतक एवं जुब्बल कोटखाई सीट से विधायक नरेंद्र बरागटा का लंबी बीमारी के चलते पीजीआई चंडीगढ़ में उपचार के दौरान निधन हो गया. इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार पूर्व विधायक रोहित ठाकुर ही होंगे, लेकिन भाजपा की स्थिति फिलहाल स्पष्ट नहीं है.
एक-एक कर इन नेताओं की खाली होती गई विधानसभा और लोकसभा सीट पर चुनाव आयोग ने उपचुनाव कराने की तैयारी शुरू की, लेकिन कोरोना ने इस कवायद पर ब्रेक लगा दिया.
सूबे की तीन विधानसभा सीटों फतेहपुर और जुब्बल कोटखाई और अर्की के अलावा मंडी लोकसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने हैं. मंडी में बीजेपी में महेंद्र सिंह ठाकुर, ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर, गोविंद ठाकुर और ब्राह्मण चेहरे के तौर पर बिहारी लाल शर्मा जैसे नाम चर्चा में है. कांग्रेस में आश्रम शर्मा और ठाकुर सिंह भरमौरी चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं. फतेहपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस से भवानी सिंह पठानिया के नाम आगे है. भाजपा में पूर्व प्रत्याशी कृपाल परमार के अलावा बलदेव ठाकुर का नाम चर्चा में है. जुब्बल कोटखाई में कांग्रेस से रोहित ठाकुर तो भाजपा से चेतन बरागटा का नाम सबसे आगे है.
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