शिमला: पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जूझ रहा है. इस वैश्विक महामारी को रोकने के लिए पूरे देश में 3 मई तक लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन के चलते प्रदेश के अस्पतालों के ब्लड बैंकों में रक्त की भारी कमी के कारण मरीजों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं. ऐसी परिस्थिति में सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट की ओर से शिमला की सुन्नी तहसील के जलोग में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया.
ट्रस्ट के सचिव डॉ. सुरेंद्र शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि सरकार व प्रशासन की ओर से जारी निर्देशों का पूरी तरह से पालन करते हुए रक्तदान शिविर में हैंड सेनीटाईजर और मास्क की व्यवस्था की गई थी. इसके साथ ही शिविर में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरह से पालन किया गया. उन्होंने कहा कि देश की जनता कोरोना वायरस को चुनौती के रूप में लेकर इससे लड़ने के लिए अपने घरों में रहकर लॉकडाउन का पालन कर रही है.
सुन्नी के जलोग अस्पताल में लगा रक्तदान शिविर, 34 यूनिट रक्त एकत्रित
शिमला के अस्पतालों के ब्लड बैकों में रक्त की भारी कमी को देखते हुए सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट की ओर से जलोग में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में सरकार की ओर से जारी निर्देशों का पीरी तरह से पालन किया गया.
शिमला: पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जूझ रहा है. इस वैश्विक महामारी को रोकने के लिए पूरे देश में 3 मई तक लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन के चलते प्रदेश के अस्पतालों के ब्लड बैंकों में रक्त की भारी कमी के कारण मरीजों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं. ऐसी परिस्थिति में सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट की ओर से शिमला की सुन्नी तहसील के जलोग में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया.
ट्रस्ट के सचिव डॉ. सुरेंद्र शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि सरकार व प्रशासन की ओर से जारी निर्देशों का पूरी तरह से पालन करते हुए रक्तदान शिविर में हैंड सेनीटाईजर और मास्क की व्यवस्था की गई थी. इसके साथ ही शिविर में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरह से पालन किया गया. उन्होंने कहा कि देश की जनता कोरोना वायरस को चुनौती के रूप में लेकर इससे लड़ने के लिए अपने घरों में रहकर लॉकडाउन का पालन कर रही है.