शिमला: हिमाचल प्रदेश बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कहा कि विपक्षी नेताओं के जयराम सरकार पर लगाए जा रहे निराधार आरोपों की पोल खुल गई है. हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने बुधवार को कह दिया है कि हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2019 में आयोजित पटवारी भर्ती की लिखित परीक्षा में कोई गड़बड़ी नहीं हुई, जबकि विपक्षी नेताओं ने उस समय इस परीक्षा में अनियमितताओं के आरोप लगाए थे, जो आज निराधार साबित हो गए.
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में इस मामले में आज सुनवाई हुई. सीबीआई ने इस मामले में जांच रिपोर्ट देने के बाद न्यायालय ने इस मामले से जुड़ी याचिका खारिज कर दी. उच्च न्यायालय ने सीबीआई की दी हुई जांच की रिपोर्ट देखने के बाद कहा कि 2019 में पटवारी भर्ती की लिखित परीक्षा में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं हुई. इससे स्पष्ट होता है कि वर्तमान सरकार पारदर्शिता व ईमानदारी से काम कर रही है और विपक्ष बेवजह तथ्यहीन बयानबाजी कर हो-हल्ला करता रहता है.
बीजेपी मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कहा कि विपक्षी नेता चाहे जितने भी निराधार आरोप लगाए, लेकिन जयराम सरकार भ्रष्टाचार के प्रति अपनी ’’जीरो टॉलरेंस’’ की नीति पर कायम है. सरकार के ध्यान में जब-जब भी जो भी मामला आया, सरकार ने जांच करवाकर उचित कार्रवाई की. चाहे मामला सचिवालय में सेनिटाइजर सप्लाई का हो या स्वास्थ्य विभाग के निदेशक की तथाकथित ऑडियो क्लिप का.
रणधीर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बिना समय गवाए तुरंत जांच के आदेश दिए व एफआईआर दर्ज कर उचित कार्रवाई की है. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने बिना उनका नाम आए नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र दे कर एक उदाहरण प्रस्तुत किया है.
रणधीर शर्मा ने कहा कि जिस कांग्रेस पार्टी की केन्द्र व प्रदेश की सरकारों के कार्यकाल में असंख्य घोटाले घटे हों और जिस पार्टी के राष्ट्रीय व प्रादेशिक नेता भ्रष्टाचार के मामलों में जमानत पर हो, उस पार्टी के नेताओं को भ्रष्टाचार के मामले पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. भाजपा मुख्या प्रवक्ता ने बताया कि अभी मीडिया में वेंटिलेटर घोटाले की जो चर्चा हो रही है, वह भी पूरी तरह निराधार है. वेंटिलेटर खरीद में पूरी प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ अपनाई गई है. कहीं कोई गड़बड़ नहीं है,
जिस समय वेंटिलेटर खरीद की गई उनकी कीमत भारत सरकार के जैम पोर्टल पर दर्शाई कीमत से भी कम है, जिससे स्पष्ट होता है कि कहीं कोई अनियमितता नहीं बरती गई, लेकिन फिर भी प्रदेश सरकार ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश देकर साबित कर दिया है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकारों ने भ्रष्टाचार से न कोई समझौता किया है और न करेगी. रणधीर शर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे कांग्रेस के नेताओं को दूसरों पर भ्रष्टाचार के निराधार आरोप लगाना शोभा नहीं देता.
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