शिमला: हिमाचल प्रदेश में भाजपा महामंत्री त्रिलोक जम्वाल ने सुक्खू सरकार पर निशाना साधा है. दरअसल, जम्वाल ने टेंडर प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए हैं और अपने चहेतों को टेंडर देने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है तबसे लगातार वित्तीय प्रबंधन की बात कर रही है, लेकिन वित्तीय स्तिथि को ठीक करने के लिए उन्होंने एक भी कदम नहीं उठाया है. अगर आप गौर से देखें तो 31 मार्च के बाद पूरे प्रदेश भर में कोई भी विकासात्मक टेंडर नहीं हुए है, केवल 'पिक एंड चूज' का कार्यक्रम चल रहा है ओर चहेतों को काम दिए जा रहे है. सरकार को ऐसे कामों से एहतियात बरतनी चाहिए.
'सत्ता में आते ही कांग्रेस ने एक हजार संस्थानों को किया बंद': त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार की खुद की गारंटी तो है नहीं, तो दूसरों की क्या गारंटी लेंगे. वर्तमान सरकार के नेताओं को भाजपा पर टिप्पणी करने के बजाय सरकार चलाने पर ध्यान देना चाहिए. सत्ता में आते ही कांग्रेस ने एक हजार संस्थानों को बंद कर दिया है. जम्वाल ने कहा कि सत्ता में आने से पहले जनता को 10 गारंटी दी गई थी, आज उन गारंटियों का क्या हुआ? त्रिलोक जम्वाल ने पूछा कि क्या महिलाओं के खाते में 1500 रुपए आना शुरू हो गए? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जनता का ध्यान भटकाने के लिए वित्तीय प्रबंधन की बात करते हैं.
'दोबारा से प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बनेगी भाजपा की सरकार': त्रिलोक जम्वाल ने शिमला में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक को लेकर भी निशाना साधा और कहा कि विपक्षी दलों का एकत्र होना कोई नई बात नहीं है. 2014 और 2019 में यही विपक्षी दल थे पर भाजपा की 303 सीटें आई थी और इन चुनावों में भाजपा 303 से भी अधिक लोक सभा सीटें जीतेगी और केंद्र में दोबारा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनेगी.
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