शिमलाः प्रदेश के स्कूलों की तरह ही अब कॉलेज में शिक्षकों की हाजिरी के लिए बायोमेट्रिक मशीनों का प्रयोग किया जाएगा. प्रदेश शिक्षा विभाग की ओर से सभी कॉलेजों को बायोमेट्रिक मशीनें लगाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
प्रदेश शिक्षा विभाग ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी शिक्षक बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी लगाने में आनाकानी ना करें और सभी शिक्षकों को बायोमेट्रिक मशीन से ही हाजिरी लगाना अनिवार्य होगा. इसके लिए विभाग की ओर से शिक्षकों को हाईकोर्ट के निर्देशों का हवाला दिया गया है, जिसमें हाईकोर्ट के जारी किए गए आदेश के अनुसार कॉलेजों में शिक्षक बायोमेट्रिक मशीनों से ही हाजिरी लगाएंगे.
उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा की ओर से निर्देश सभी कॉलेजों को जारी किए गए हैं. जिसके मुताबिक कॉलेज कर्मीयों को बायोमेट्रिक मशीनों से ही अपनी हाजिरी लगानी होगी. साथ ही अगर कोई इन निर्देशों की पालना नहीं करता है, तो कर्मियों का उस दिन का वेतन काट दिया जाएगा. वहीं, निर्देशों का पालन ना करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई भी विभाग की ओर से अमल में लाई जाएगी.
हालांकि कॉलेज के शिक्षक इस फैसले का लगातार विरोध करते आ रहे हैं. हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी कॉलेज कर्मचारी बायोमेट्रिक के माध्यम से अपनी हाजिरी दर्ज नहीं करवा रहे हैं. शिक्षा विभाग की ओर से सभी डिग्री और संस्कृत कॉलेज के प्रिंसिपल को यह निर्देश जारी किए गए हैं कि वह बायोमेट्रिक मशीनों के माध्यम से कॉलेजों में हाजिरी दर्ज करवाएं.
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इसके लिए कॉलेज शिक्षकों का डाटा भी ऑनलाइन किया गया है, जिससे कि कॉलेजों में शिक्षकों की आधार युक्त बायोमेट्रिक मशीनों में हाजिरी लगाने पर उसकी जानकारी विभाग के पास भी पहुंच जाएगी. विभाग की ओर से सख्ती से निर्देश जारी किए गए हैं तो शिक्षकों को इसका पालन करना अनिवार्य होगा.