शिमला: बैंकों के निजीकरण के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले यूनियन ने केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. शिमला के यूको बैंक के बाहर विभिन्न बैंक के कर्मचारी धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए.
यूको बैंक कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन
हिमाचल प्रदेश यूको बैंक कर्मचारी संगठन के महासचिव नरेंद्र वर्मा ने बताया कि हम बैंकों के निजीकरण का विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि जितने भी पब्लिक सेक्टर बैंक हैं, उन सब का ऑपरेटिंग प्रॉफिट है. उन्होंने कहा कि बैंकों का सुधार करने के बजाय इनका निजीकरण करना सरकार का सही फैसला नहीं है. देश भर के दस लाख बैंक कर्मचारी इसका विरोध करते हैं. बैंक के 10 लाख कर्मचारी 15 व 16 मार्च को हड़ताल पर जाएंगे. हम अपनी मांगों को मनवाकर ही रहेंगे. अगर मांगें नहीं मानी गयी तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे.
आम जनता की परेशानी बढ़ेगी
नरेद्र वर्मा ने कहा निजीकरण से किसी का भला नहीं हुआ है. पहले भी कई निजी बैंकों के मालिकों ने घोटाले किए हैं. हम सरकार से मांग करते हैं कि इस फैसले को वापस लिया जाए. निजी बैंक खुद सुरक्षित नहीं है तो जनता के पैसों को कैसे सुरक्षित रखेंगे. सरकार की सभी योजनाएं पब्लिक सेक्टर ने सुचारू रूप से चलाई है उन पर कटौती लग जाएगी. आम जनता की परेशानी बढ़ेगी.
अभी पेंशन ओर सैलरी पब्लिक सेक्टर बैंकों द्वारा इनके खातों में दी जा रही है. बैंक चार्ज बढ़ेंगे, बैंकों का संचालन एक निजी कॉरपोरेट के हाथ मे चला जाएगा. निजीकरण के बाद लोन मनमाने तरीके से दिए जाएंगे.
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