शिमला: केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार देश के किसानों व पशुपालकों के आर्थिक सशक्तिकरण के प्रति समर्पित है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की ओर से शुरू मत्स्य संपदा योजना एवं ई-गोपाला एप से करोड़ों किसानों को लाभ मिलेगा.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की ओर से किसानों के हित में उठाए गए कदमों को इससे पहले किसी सरकार ने उठाया. मोदी सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए अभी से काम कर रही है. प्रधानमंत्री ने मत्स्य संपदा योजना व ई-गोपाला एप को लॉन्च कर करोड़ों किसानों, पशु पालकों व मत्स्य उत्पादकों के आर्थिक सशक्तिकरण को एक नई दिशा दी है.
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से करीब 55 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा. इस योजना के तहत अगले 5 सालों में 70 लाख टन अतिरिक्त मछली का उत्पादन हो सकेगा. हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर की गोविंद सागर झील, पौंग डैम देहरा से लगते कुछ स्थानों व अन्य कई जगह पर अच्छे पैमाने पर मत्स्य उत्पादन होता है.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का हिमाचल प्रदेश को बड़े पैमाने पर लाभ मिलेगा. इस योजना के तहत 20,050 करोड़ रुपये मत्स्य क्षेत्र में अब तक का सबसे अधिक फंड है. इसमें से मरीन, इनलैंड फिशरीज और एक्वाकल्चर में लगभग 12340 करोड़ रुपये और फिशरीज इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए लगभग 7710 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है.
मत्स्य पालन को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ने से लाखों उत्पादक लाभांवित होंगे.अनुराग ठाकुर ने कहा अभी तक देश में पशुधन का प्रबंधन करने वाले किसानों के लिए कोई डिजिटल प्लेटफॉर्म उपलब्ध नहीं था, जिससे पशुपालकों को कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से ई-गोपाला ऐप की शुरुआत एक क्रांतिकारी कदम है. इसके माध्यम से कृत्रिम गर्भाधान, पशु की प्राथमिक चिकित्सा, टीकाकरण, उपचार और पशु पोषण के लिए पशुपालकों का मार्गदर्शन किया जा सकेगा.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह ऐप टीकाकरण, गर्भावस्था निदान, शांत करने आदि के लिए नियत तारीख और किसानों को क्षेत्र में विभिन्न सरकारी योजनाओं,अभियानों के बारे में भी सूचित करेगी. पशुओं की अच्छी नस्ल के साथ ही उनकी देखरेख और उसको लेकर सही वैज्ञानिक जानकारी होना भी बहुत जरूरी है. यह एप पशुपालकों को उत्पादकता से लेकर उसके स्वास्थ्य और आहार से जुड़ी तमाम जानकारियां देगा.