शिमला:एनएचएम ने कोविड-19 महामारी के दौरान स्टेरॉयड के सदुपयोग के संबंध में एडवाइजरी जारी की है. कोविड के विभिन्न मामलों में देखा जा रहा है कि कोरोना संक्रमित मरीज चिकित्सकों से परामर्श लिए बिना ही अत्यधिक मात्रा में स्टेरॉयड ले रहे हैं. इसके परिणामस्वरूप शरीर में वायरस से लड़ने के लिए इम्यूनिटी कम होना व ब्लड शुगर में अनियमितता जैसे प्रतिकूल प्रभाव हो सकते हैं.
स्टेट क्लीनिकल टीम ने दिए ये सुझाव
स्टेट क्लीनिकल टीम ने सुझाव दिया है कि स्टेरॉयड का प्रयोग चिकित्सा परामर्श के साथ केवल उन कोविड-19 के मरीजों में ही किया जाना चाहिए, जिनका ऑक्सीजन स्तर कम है. बतादें कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार चिकित्सक को केवल मध्यम और गंभीर कोविड-19 संक्रमण के मामालों में ही स्टेरॉयड का उपयोग करना चाहिए. इसके अत्यधिक उपयोग से ब्लैक फंगस जैसे विभिन्न प्रकार के संक्रमणों में वृद्धि भी हो सकती है.
टैली परामर्श सेवाओं का करें उपयोग
एनएचएम के एमडी डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि कोविड मरीजों को क्वारंटाइन होने तथा सामाजिक भय और सामान्य जुखाम को हलके में लेने के कारण स्वास्थ्य संस्थानों में पहुंचाने में देरी की जा रही है. को-मॉर्बिड तथा वृद्वजन मरीजों को नियमित रूप से अस्पताल जाने के बजाय ई-संजीवनी ओपीडी के माध्यम से टैली परामर्श सेवाओं का उपयोग करना चाहिए. उन्होंने सभी लोगों विशेषकर को-मॉर्बिड मरीजों से कोविड टीकाकरण के लिए आगे आने का आग्रह किया.
हेल्प डेस्क किया जाएगा स्थापित
स्वास्थ्य विभाग ने कोविड के मरीजों को शीघ्र स्वास्थ्य संस्थानों में पहुंचाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. इस उद्देश्य के लिए 24 घंटे कार्यशील समर्पित केंद्रीय डेस्क स्थापित किया जा सकता है, जो आम लोगों को जागरूक करेगा. इसके अलावा चिकित्सकों से समय-समय पर भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, केंद्र सरकार, एम्स, आइसीएमआर तथा प्रदेश सरकार द्वारा जारी उपचार प्रोटोकॉल व दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है.
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