शिमला: हिमाचल प्रदेश में 1 फरवरी से पांचवी और 8वीं से 12वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए ग्रीष्मकालीन स्कूल को खोला जा रहा है. स्कूल में छात्रों की नियमित कक्षाएं लगाई जाएंगी. तीन माह के बाद एक बार फिर से छात्रों की कक्षाओं को लगाने के लिए स्कूल को खोला जा रहा है. ऐसे में विभाग की ओर से समय-समय पर दिशा-निर्देश भी स्कूल को जारी किए जा रहे हैं.
सर्दी-जुकाम और बुखार के लक्षण पर नहीं मिलेगा प्रवेश
विभाग की ओर से जो निर्देश स्कूल को जारी किए गए हैं. इसमें कहा गया है कि जिन बच्चों में सर्दी, जुकाम और बुखार के लक्षण हों, उन्हें स्कूल में प्रवेश न दिया जाए. वहीं, अभिभावकों से भी अपील की गई है कि अगर उनके बच्चों में इस तरह के लक्षण हैं, तो वह उन्हें स्कूल न भेजें और घर पर ही उनकी ऑनलाइन पढ़ाई को जारी रखें.
व्हाट्सएप से अभिभावकों को सूचित करेंगे प्रिंसिपल
शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल प्रिंसिपल को यह निर्देश जारी किए गए हैं कि स्कूल प्रिंसिपल व्हाट्सएप के माध्यम से अभिभावकों को इस बात से अवगत करवाएं. इसके साथ ही अगर कोई शिक्षक भी अस्वस्थ हैं और उन्हें भी इस तरह के लक्षण हैं तो उन शिक्षकों को भी स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा, लेकिन इसके लिए उन्हें सरकारी अस्पताल के डॉक्टर की पर्ची प्रिंसिपल को दिखानी होगी. इसके बाद ही उन्हें स्कूल न आने की छूट दी जाएगी. पर्ची दिखाने के बाद ही शिक्षक को छुट्टी दी जाएगी.
एहतिहात के तौर पर उठाए जा रहे कदम
विभाग की ओर से इससे पहले भी जब स्कूल खोले गए थे, तो तय एसओपी में इस तरह के नियम रखे गए थे. अगर किसी छात्र, शिक्षक और कमर्चारी में सर्दी, जुकाम और बुखार के लक्षण हैं, तो उन्हें स्कूल में प्रवेश न दिया जाए. इस बार भी एहतिहात के तौर पर विभाग इस तरह के कदम उठा रहा है.
विभाग की ओर से एसओपी जारी
विभाग की ओर से जो एसओपी जारी की गई है. इसके तहत स्कूल में छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को मास्क पहन कर आना अनिवार्य रखा गया है. वहीं, स्कूल गेट पर ही थर्मल सकैनिंग और सैनिटाइजर का प्रावधान करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं. साथ ही समय-समय पर स्कूल कैंपस और क्लासरूम को सैनिटाइज करना भी अनिवार्य किया गया है. विभाग के निर्देशों में सपष्ट किया गया है कि स्कूल में न तो प्रार्थना सभा होगी और न ही किसी तरह के आयोजन करवाए जाएंगे.
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