शिमला : स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की एडीजी सतवंत अटवाल अब सीआईडी के एडीजी की भी जिम्मेदारी संभालेंगी. हिमाचल सरकार ने आईपीएस सतवंत अटवाल को क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट यानी सीआईडी के एडीजी का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है. हिमाचल सरकार ने इसे लेकर शुक्रवार को अधिसूचना भी जारी कर दी है.
कौन हैं सतवंत अटवाल- सतवंत अटवाल 1996 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. वो हिमाचल की पहली महिला आईपीएस अधिकारी हैं. सतवंत अटवाल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भी रही हैं. बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स यानी बीएसएफ में शामिल होने वाली सतवंत अटवाल देश की पहली महिला आईपीएस थीं. साल 2004 से 2009 तक हैदराबाद में स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी में भी सेवाएं दी थी. उनके पिता आईएएस अधिकारी थे और उनके पति अभिषेक त्रिवेदी भी हिमाचल कैडर के आईपीएस हैं. सतवंत की आरंभिक शिक्षा शिमला से हुई है. उन्होंने राजधानी के ऑकलैंड हाउस स्कूल से पढ़ाई करने के बाद शिमला के प्रतिष्ठित सेंट बीड्स कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की थी.
राष्ट्रपति पुलिस मेडल- सतवंत अटवाल त्रिवेदी की गिनती तेजतर्रार पुलिस अफसरों में होती है. इसी साल आईपीएस सतवंत अटवाल को राष्ट्रपति पुलिस पदक के लिए चुना गया है. इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर इसकी घोषणा हुई थी. मौजूदा समय में सतवंत अटवाल हिमाचल प्रदेश स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो में एडीजीपी के पद पर हैं.
तेजतर्रार अफसर के रूप में उनकी पहचान है और यही वजह है कि उन्हें पहले विजिलेंस में अहम पद दिया गया था और अब सीआईडी के एडीजी का भी अतिरिक्त प्रभार उन्हें सौंपा गया है. सतवंत अटवाल के मार्गदर्शन में ही हाल ही में हमीरपुर स्थित चयन आयोग के भ्रष्टाचार के मामले का पर्दाफाश हुआ है. सतवंत अटवाल के दिशा-निर्देश पर विजिलेंस ने भर्तियों के पेपर लीक करवाने वाले गिरोह का पूरी तरह से भंडाफोड़ किया था. कब भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके कंधों पर दोहरी जिम्मेदारी है.
ये भी पढ़ें: पूर्व सरकार ने हिमाचल को आर्थिक बदहाली में पहुंचाया, कर्ज लेने को मजबूर मौजूदा सरकार: CM सुक्खू