ETV Bharat / state

हिमाचल में धधक रहे हैं जंगल, विभाग की तैयारियां मात्र ढकोसला - himachal pradesh news

हिमाचल प्रदेश में कई बड़े जगलों में पिछले तीन-चार दिनों से आग लगी है, लेकिन वन विभाग और प्रशासन की तरफ से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. महकमा बारिश के सहारे है. विभाग तैयारी कर की जो भी शरारती तत्व आग लगाते पकड़े जाता है उसे कड़ी सजा दिलाई जाए. प्रदेश सरकार भले ही जंगलों पर ड्रोन से निगरानी रखने और हेलीकाप्टर से आग बुझाने के दावे करती रही हो, लेकिन अभी तक धरातल पर कुछ नजर नहीं आ रहा है.

forest fire in Himachal pradesh, हिमाचल प्रदेश के जंगलों में आग
फोटो.
author img

By

Published : Apr 5, 2021, 7:05 PM IST

शिमला: गर्मी की शुरूआत होते ही हिमाचल के जंगल धधकना शुरू हो गए हैं. करीब एक सप्ताह में ही बड़ी संख्या में वन्य संपदा जलकर राख हो गई है. कई बड़े जगलों में पिछले तीन-चार दिनों से आग लगी है, लेकिन वन विभाग और प्रशासन की तरफ से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. महकमा बारिश के सहारे है. विभाग तैयारी कर की जो भी शरारती तत्व आग लगाते पकड़े जाता है उसे कड़ी सजा दिलाई जाए.

प्रदेश सरकार भले ही जंगलों पर ड्रोन से निगरानी रखने और हेलीकाप्टर से आग बुझाने के दावे करती रही हो, लेकिन अभी तक धरातल पर कुछ नजर नहीं आ रहा है. अब तक सैकड़ों हेक्टेयर जंगलों में करोड़ों की वन संपदा राख हो चुकी है. बीते साल लॉकडाउन के चलते बढ़ा हरित आवरण अब आग की भेंट चढ़ रहा है.

वीडियो रिपोर्ट.

आगजनी से कुल 30 हेक्टेयर जंगल भेंट चढ़ चुका है

बिलासपुर में आगजनी से कुल 30 हेक्टेयर जंगल भेंट चढ़ चुका है, जिसने विभाग की चिंता बढ़ा दी है. बिलासपुर जिला वन अधिकारी अवनि भूषण राय का कहना है कि फायर सीजन में आगजनी की घटनाएं सामने आने लगी हैं, जिसको लेकर वन विभाग ने अपनी तैयरियां पूरी कर ली है. साथ में उन्होंने कहा कि इस बार रेंज लेवल पर टास्क फोर्स का गठन किया गया है जो लगातार विभाग के अधिकारियों के साथ संपर्क में रहेंगे.

20 से अधिक स्थानों पर जंगलों में आग

इस बार मौसम की बेरुखी व बरसात की कमी के चलते अधिकांश वन क्षेत्र ड्राई हो गया है, जिससे आग बढ़ी तेजी से फैलती है. सिरमौर जिले में पिछले चार-पांच दिनों के दौरान 20 से अधिक स्थानों पर जंगलों में आग लगी. पांवटा क्षेत्र में बिजली की स्पार्किंग से गेहूं के खेत राख के ढेर में तब्दील हो गए.

कांगड़ा में फायर सीजन में 14 घटनाओं में 70 हेक्टेयर जंगल जल चुके हैं

कई बीघा भूमि में गेहूं की फसल तबाह हो गई है. संगड़ाह के जंगल रविवार सुबह तक सुलगते रहे. बिलासपुर के बैरी के ब्रांस जंगल में पिछले तीन दिन से आग लगी हुई है, जिस पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है. यहां चार जंगलों में आग लग चुकी है. कांगड़ा में फायर सीजन में 14 घटनाओं में 70 हेक्टेयर जंगल जल चुके हैं. सोलन के बीबीएन में एक दर्जन क्षेत्रों में 30 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आ चुके हैं. हमीरपुर जिले में एक सप्ताह के भीतर 14 जंगल जलकर राख हो गए हैं.

लाखों की वन संपदा राख

जिला कुल्लू के छह जंगलों में आग लगने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. आग लगने से लाखों की वन संपदा राख हो रही है. अब तक आग से 900 हेक्टेयर जंगलों में वन संपदा को क्षति पहुंची है. जबकि सेब के 300 फलदार पौधे भी आग की चपेट में आए हैं. अरण्यपाल अनिल शर्मा ने कहा कि फील्ड स्टाफ को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें- बीजेपी ने कांग्रेस के दृष्टि पत्र को ही किया कॉपी पेस्ट: सुधीर शर्मा

शिमला: गर्मी की शुरूआत होते ही हिमाचल के जंगल धधकना शुरू हो गए हैं. करीब एक सप्ताह में ही बड़ी संख्या में वन्य संपदा जलकर राख हो गई है. कई बड़े जगलों में पिछले तीन-चार दिनों से आग लगी है, लेकिन वन विभाग और प्रशासन की तरफ से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. महकमा बारिश के सहारे है. विभाग तैयारी कर की जो भी शरारती तत्व आग लगाते पकड़े जाता है उसे कड़ी सजा दिलाई जाए.

प्रदेश सरकार भले ही जंगलों पर ड्रोन से निगरानी रखने और हेलीकाप्टर से आग बुझाने के दावे करती रही हो, लेकिन अभी तक धरातल पर कुछ नजर नहीं आ रहा है. अब तक सैकड़ों हेक्टेयर जंगलों में करोड़ों की वन संपदा राख हो चुकी है. बीते साल लॉकडाउन के चलते बढ़ा हरित आवरण अब आग की भेंट चढ़ रहा है.

वीडियो रिपोर्ट.

आगजनी से कुल 30 हेक्टेयर जंगल भेंट चढ़ चुका है

बिलासपुर में आगजनी से कुल 30 हेक्टेयर जंगल भेंट चढ़ चुका है, जिसने विभाग की चिंता बढ़ा दी है. बिलासपुर जिला वन अधिकारी अवनि भूषण राय का कहना है कि फायर सीजन में आगजनी की घटनाएं सामने आने लगी हैं, जिसको लेकर वन विभाग ने अपनी तैयरियां पूरी कर ली है. साथ में उन्होंने कहा कि इस बार रेंज लेवल पर टास्क फोर्स का गठन किया गया है जो लगातार विभाग के अधिकारियों के साथ संपर्क में रहेंगे.

20 से अधिक स्थानों पर जंगलों में आग

इस बार मौसम की बेरुखी व बरसात की कमी के चलते अधिकांश वन क्षेत्र ड्राई हो गया है, जिससे आग बढ़ी तेजी से फैलती है. सिरमौर जिले में पिछले चार-पांच दिनों के दौरान 20 से अधिक स्थानों पर जंगलों में आग लगी. पांवटा क्षेत्र में बिजली की स्पार्किंग से गेहूं के खेत राख के ढेर में तब्दील हो गए.

कांगड़ा में फायर सीजन में 14 घटनाओं में 70 हेक्टेयर जंगल जल चुके हैं

कई बीघा भूमि में गेहूं की फसल तबाह हो गई है. संगड़ाह के जंगल रविवार सुबह तक सुलगते रहे. बिलासपुर के बैरी के ब्रांस जंगल में पिछले तीन दिन से आग लगी हुई है, जिस पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है. यहां चार जंगलों में आग लग चुकी है. कांगड़ा में फायर सीजन में 14 घटनाओं में 70 हेक्टेयर जंगल जल चुके हैं. सोलन के बीबीएन में एक दर्जन क्षेत्रों में 30 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आ चुके हैं. हमीरपुर जिले में एक सप्ताह के भीतर 14 जंगल जलकर राख हो गए हैं.

लाखों की वन संपदा राख

जिला कुल्लू के छह जंगलों में आग लगने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. आग लगने से लाखों की वन संपदा राख हो रही है. अब तक आग से 900 हेक्टेयर जंगलों में वन संपदा को क्षति पहुंची है. जबकि सेब के 300 फलदार पौधे भी आग की चपेट में आए हैं. अरण्यपाल अनिल शर्मा ने कहा कि फील्ड स्टाफ को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें- बीजेपी ने कांग्रेस के दृष्टि पत्र को ही किया कॉपी पेस्ट: सुधीर शर्मा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.