शिमलाः आईजीएमसी शिमला में 95 प्रतिशत बेड फुल हो गए हैं. ऐसे में अब कोरोना के मरीजों में बढ़ोतरी होने के बाद आईजीएमसी प्रशासन ने बेड की सुविधा को बढ़ाने का निर्णय लिया है. इसके लिए प्रशासन 2 दिन के 100 अतिरिक्त बेड का प्रावधान करेगा. अभी आईजीएमसी में 134 कोरोना के मरीज भर्ती हैं और कुल 147 ही बेड उपलबध है.
प्रशासन का दावा है कि मरीजों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें नहीं आने दी जाएगी, शीघ्र बेड को स्थापित कर लिया जाएगा. अभी आईजीएमसी प्रशासन में 250 के करीब बेड बढ़ाने की क्षमता है. प्रशासन 100 बेड को न्यू ओपीडी के भवन में लगाएगा. आईजीएमसी में ई-बलॉक और प्री-फैब्रिकेटेड स्ट्रेचर में कोरोना मरीजों के लिए वार्ड बनाए गए हैं. यहां पर मरीजों का उपचार किया जा रहा है.
कोविड के नियमों की पालन करने की अपील
आईजीएमसी हिमाचल का सबसे बड़ा अस्पताल होने के नाते यहां पर सबसे ज्यादा मरीज भर्ती होते हैं. इसलिए अब सरकार व प्रशासन भी कोरोना के मरीजों के उपचार करने में कोई कोताही नहीं बरतना चाहते हैं. आईजीएमसी में डॉक्टर व अन्य स्टाफ दिन-रात कोरोना के मरीजों की देखभाल में जुटे हुए हैं. सैकड़ों मरीज यहां से कोरोना से जंग जीतकर चले गए हैं. प्रशासन ने मरीजों व तीमारदारों से यही अपील की है कि वे कोविड के नियमों की पालन करें. अगर कोई मरीज अस्पताल में आ रहे हैं तो वे सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें. लोग मास्क पहने और सेनिटाइजर आदि का इस्तेमाल करें.
डॉक्टरों का कहना है कि अब कोरोना का नया स्ट्रेन चल रहा है. इस स्थिति में कोरोना के मरीजों को ठीक करना भी आसान नहीं है. जितना समय कोरोना के मरीजों को पहले लगता था अब उसे चार गुना समय मरीजों को ठीक करने में लग रहा है. ऐसे में लोगों को सावधानी बरतनी होगी.
आईजीएमसी में किया 190 अतिरिक्त सिलेंडर का प्रावधान
आईजीएमसी प्रशासन ने सरकार के आदेशानुसार 190 अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर का प्रावधान कर लिया है. इनमें 140 डी-टाइप और 50 सिलेंडर बी-टाइप के हैं. वहीं, कोरोना के मामलों को देखते हुए सरकार ने प्रशासन को आदेश दिए थे कि अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर का जल्द से जल्द प्रावधान किया जाए.
100 बेड बढ़ाने का लिया निर्णय
वहीं, आईजीएमसी के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राहुल गुप्ता ने कहा कि कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ते देख अतिरिक्त 100 बेड बढ़ाने का निर्णय लिया है. जो 2 दिन के अंदर प्रावधान हो जाएगा. कोरोना के मरीजों को अस्पताल में किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. डॉक्टर अस्पताल में कोरोना के मरीजों को ठीक करने में जुटे हैं. आगामी दिनों में अगर और ज्यादा कोरोना के मरीजों में बढ़ोतरी होती है तो बेड की संख्या को ओर बढ़ाया जाएगा.
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