शिमला: हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश का कहर जारी है. बादल फटने और पहाड़ों से पत्थर गिरने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. बारिश के रेड अलर्ट (Red Alert) के बीच हिमाचल प्रदेश में मंगलवार रात से अब तक करीब 9 लोगों अपनी जान गंवा चुके हैं. इसके अलावा 6 लोग लापता बताए जा रहे हैं.
प्रदेश में भारी बारिश (Heavy Rain) से 4 पशुओं की भी मौत हो गई है और 6 बुरी तरह से घायल मिले हैं. मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची (Chief Secretary Anil Kumar Khachi) ने कहा कि प्रदेश भर में 387 सड़कों पर आवाजाही ठप हो गई है, जबकि 345 बिजली के ट्रांसफार्मर भी खराब हो गए हैं. जिससे कई क्षेत्रों में विद्युत सप्लाई बाधित हुई है. बारिश से 175 के करीब पेयजल परियोजनाओं को भी नुकसान पहुंचा है.
हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची ने कहा कि मौसम विज्ञान केंद्र (Meteorological Center) की सूचना के अनुसार अगले 48 घंटे तक मौसम खराब रहने वाला है. यदि बहुत जरूरी हो तभी यात्रा करें. इसके अलावा जहां भी हम यात्रा कर रहें हैं, वहां स्थानीय प्रशासन और पुलिस के निर्देशों का पालन जरूर करें. अगर हम स्थानीय प्रशासन के सुझाव को अनदेखा करते हैं तो मुसीबत में फंस सकते हैं.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार (Central Government) की तरफ से हमेशा ही प्रदेश को पूरा सहयोग मिला है. इसके अलावा सभी जिला के उपायुक्तों को भी प्रदेश सरकार की तरफ से खुली छूट दी गई है. प्रदेश सरकार ने सभी उपायुक्तों को कहा कि अगर उन्हें जरूरत लगती है तो सीधे तौर पर केंद्र से एनडीआरएफ, हेलीकॉप्टर और मशीनों (NDRF, Helicopters And Machines) की सहायता मांग सकते हैं.
इसके अलावा अगर प्रदेश सरकार के माध्यम से सहायता मांगे तो वहां से भी मिलेगी. घटना स्थल पर आईटीबीपी, बीआरओ, पुलिस और प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान (Rescue Operation) चला रखा है. वहीं, मलबे में शवों की तलाश करने में जवानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
तेज राम (75), देसराज (42) निवासी धमसोई और ऐतम राम (60) निवासी पनारसा, मंडी को रेस्क्यू किया गया है. कुल्लू जिला में 25 वर्षीय महिला अपने चार वर्षीय बच्चे के साथ पार्वती नदी में बह गई है. इसके अलावा कुल्लू में दिल्ली की एक पर्यटक महिला और एक स्थानीय व्यक्ति भी लापता है. किन्नौर में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है.
शिमला कालका नेशनल हाइवे (Shimla Kalka National Highway) जगह जगह भूस्खलन से बंद हो गया है. इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है. वहीं, हमीरपुर की पटेरा पंचायत के पास सड़क पर बस पलट गई. हालांकि सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं. मंगलवार रात से बुधवार सुबह आठ बजे तक प्रदेश में सबसे अधिक बारिश धर्मशाला (Dharamshala) में 101 मिलीमीटर रिकॉर्ड हुई है. राजधानी शिमला में भी कई जगह भूस्खलन (Landslide) होने से गाड़ियां दब गई हैं. प्रदेश भर में सैकड़ों सड़क मार्गों पर वाहनों की आवाजाही ठप पड़ गई है.
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