शिमला: जनता माननीय विधायकों को इस उम्मीद से चुनती है कि वे उनके इलाके की समस्याओं को हल करेंगे. माननीय अपनी जनता से जुड़े मुद्दों को सदन में उठाकर उनका निकारण करने की कोशिश करते हैं. मगर जब माननीय ही लोगों से जुड़े मुद्दों को सदन में उठाने की जहमत न उठाएं तो उन इलाके का दुर्भाग्य होगा, जिनका वे प्रतिनिधित्व करते है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफोर्म (ADR) ने हिमाचल के लिए एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें पाया गया है कि कई माननीयों ने जनता की समस्याओं को विधानसभा के सदन में उठाने में रूचि नहीं दिखा रहे.
विधानसभा सत्र के दौरान विधायक अक्सर अपने इलाके की समस्याओं को लेकर सवाल पूछते हैं. इसका मकसद विधानसभा क्षेत्र की समस्याओँ का समाधान करना होता है मगर कई विधायक जनता के मुद्दों को गंभीरता से नहीं लेते. एडीआर की यह रिपोर्ट बता रही है कि 13 वीं विधानसभा के पांच साल के कार्यकाल में सात माननीयों ने 50 सवाल ही पूछे, ये सभी भाजपा के हैं. एडीआर की रिपोर्ट बताती है कि 13वीं विधानसभा में हिमाचल के विधायकों में सबसे कम सवाल पूछने वाले विधायकों में अव्वल नाहन से भाजपा के विधायक डॉ राजीव बिंदल रहे हैं, जिन्होंने बीते पांच सालों में केवल 7 ही सवाल सदन में पूछे. इनमें तारांकित और अतारांकित सवाल दोनों शामिल है, यानि हर साल औसतन एक सवाल बिंदल ने विधानसभा में पूछा है.
नूरपूर से भाजपा के विधायक और जयराम सरकार के तेज तर्रार माने जाने वाले वनमंत्री राकेश पठानिया ने पांच सालों में मात्र 21 सवाल किए. सवाल पूछने में फिसड्डी रहने वालों में तीसरे नंबर पर इंदौरा से भाजपा की विधायक रीता धीमान ने 34 सावल किए. सबसे कम सवाल पूछने में चौथे नंबर पर नबर पर जयसिंहपुर से भाजपा के विधायक रविंद्र कुमार ने 37 सवाल किए जबकि. मंडी से भाजपा के विधायक अनिल शर्मा 39 सवाल के साथ सबसे कम सवाल पूछने वाल पांचवे विधायक हैं. 40 सवाल पूछ कर छठे नंबर पर झंडूता से भाजपा के विधायक जेआर कटवाल रहे. कटवाल रिटार्यड आईएसएस अफसर हैं. घुमारवीं से राजेंद्र गर्ग 44 सवाल पूछकर सबसे कम सवाल करने वाले सातवें नबर के विधायक बने, राजेंद्र गर्ग जयराम सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री भी हैं.
इन विधायकों ने भी नहीं किए ज्यादा सवाल: कम सवाल करने वाले अन्य विधायकों में गगरेट के भाजपा विधायक राजेश ठाकुर ने 56 सवाल किए, शिलाई से कांग्रेस के विधायक हर्षवर्धन चौहान ने 65 सवाल, दून से भाजपा के विधायक परमजीत सिंह पम्मी ने 66 सवाल सदन में किए, द्रंग के भाजपा विधायक जवाहर ठाकुर ने 71 सवाल सदन में किए.
लोक निर्माण विभाग से संबंधित सबसे ज्यादा सवाल किए: 13वीं विधानसभा के सदन में विधायकों ने कुल 8,069 सवाल किए. इस दौरान हिमाचल के लोक निमार्ण विभाग से संबंधित सबसे ज्यादा सवाल सदन में किए हैं. एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार बीते पांच सालों में लोक निर्माण विभाग से संबंधित 1073 सवाल सदन में पूछे गए है. विधायकों ने सड़कों, पुलों आदि से जुड़े सवाल ज्यादा पूछे है. लोक निर्माण विभाग के बाद सबसे ज्यादा जल शक्ति विभाग से सबंधित 751 प्रश्न सदन में पूछे गए. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से जुड़े 699 सवाल, उच्च शिक्षा से जुड़े 508 और उद्योग विभाग से सबसे कम 204 सदन में पूछे गए.