शिमला: नगर निगम शिमला में पांच मनोनीत पार्षद की तैनाती कर दी गई है. बुधवार को शहरी विकास विभाग के सचिव देवेश कुमार ने इसको लेकर आदेश जारी कर दिया. जिसमे लोअर बाजार निवासी और मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के करीबी माने जाने वाले शिमला व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष अश्वनी कुमार को नॉमिनेट काउंसलर बनाया गया.
वहीं, मॉल रोड निवासी गीतांजली भांगड़ा, लोअर बाजार निवासी राज कुमार शर्मा, ढली निवासी गोपाल शर्मा और कृष्णानगर निवासी विनोद कुमार भाटिया को नगर निगम शिमला का मनोनीत पार्षद बनाया है. इनका कार्यकाल भी निर्वाचित पार्षदों की तर्ज पर पांच साल का रहेगा.
ये पांचों पार्षद नगर निगम शिमला के हाउस में हिस्सा ले सकेंगे. इन्हें भी निवार्चित पार्षदों की तर्ज पर MC एक्ट 1994 के प्रावधानों के अनुसार विभिन्न विकास कार्यों के लिए बजट मुहैया कराया जाएगा. चुने हुए पार्षद केवल अपने चुनाव क्षेत्र में बजट खर्च कर पाते है, जबकि नॉमिनेट काउंसलर शहर के 34 में से किसी भी वार्ड में बजट खर्च कर सकेंगे.
एक वार्ड से तीन मनोनीत पार्षद बनाने पर सवाल: शिमला नगर निगम में बुधवार को 5 मनोनीत पार्षद बनाए गए हैं. जिसमे से एक ही वार्ड से तीन पार्षद मनोनीत किए गए हैं. जिसको लेकर अब सवाल भी खड़े हो रहे है. अन्य वार्डों से मनोनीत पार्षद ना बनाने से कांग्रेस के नेता भी नाराज हैं, जबकि हारे हुए वार्डों से ही सत्ताधारी दल पार्षदों को मनोनीत करती है, लेकिन लोअर बाजार से कांग्रेस की पार्षद पहले से ही जीतकर आई है.
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