शिमला: छोटी बालिकाओं के सुनहरे भविष्य को लेकर भारतीय डाक विभाग द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना चलाई जा रही है. इस योजना को जन-जन तक पहुंचाने के लिए विभाग द्वारा देशभर में 9 व 10 फरवरी को खाता खोलो अभियान चलाया गया. इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश में भी आजादी अमृत महोत्सव के तहत अमृत पैक्स-2023 अभियान के रूप में खाता खोलो अभियान चलाया गया.
योजना के तहत खुले इतने नए खाते- भारतीय डाक विभाग द्वारा चलाए गए इस अभियान के चलते हिमाचल में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 21 हजार 500 नए खाते खोले गए हैं. वहीं, जिला शिमला में 2 हजार नए खाते खोले हैं. इन खातों के खुलने के बाद आगामी सालों में बालिकाओं को लाभ मिलेगा. हिमाचल प्रदेश के डाक विभाग के निदेशक विशन सिंह ने बताया कि दो दिनों में सुकन्या समृद्धि योजना के 21 हजार नए खाते खोले गए हैं.
![हिमाचल में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खोले 21500 नए खाते.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/17722252_b.png)
लोगों को किया गया योजना बारे जागरूक- उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में लोगों को ग्रामीण क्षेत्र में पोस्ट ऑफिस, ग्राम पंचायत, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सरकारी कर्मचारियों के माध्यम से जागरूक किया गया. जिससे लोगों ने योजना के तहत खाते खुलवाएं हैं. उन्होंने बताया कि दो दिन में जितने भी नए खाते खोले गए हैं, उनमें सबसे अधिक ग्रामीण क्षेत्रों में ही खाते खुलवाए गए हैं.
हिमाचल डाक परिमंडल को था इतना लक्ष्य- भारतीय डाक विभाग की ओर से हिमाचल परिमंडल को दो दिन में 13 हजार 975 नए खातें खोलने का टारगेट दिया गया था. जिसमें हिमाचल डाक परिमडंल ने टारगेट से अधिक 21 हजार अधिक खाते खोले हैं. डाक विभाग निदेशक ने बताया कि आगामी दिनों में सुकन्याओं को विभाग से जोड़ने के लिए और भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि हर सुकन्या विभाग की इस योजना से जुड़कर लाभांवित हो सके.
![हिमाचल में 9 व 10 फरवरी को खाता खोलो अभियान चलाया गया.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/17722252_a.jpg)
योजना का उद्देश्य बालिका सशक्तिकरण- देश सहित हिमाचल में बहुत से माता-पिता ने अपनी बेटियों के सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाते नहीं खोले थे. ऐसे में इस अभियान के तहत जिन माता-पिता ने अपनी बालिकाओं के खाते नहीं खुलवाए थे उनसे संपर्क कर खाते खुलवाए गए और आगे भी खुलवाए जाएंगे. योजना का मूल उद्देश्य ही बालिका सशक्तिकरण है.
यदि किसी भी बालिका का 10 वर्ष की आयु तक यह खाता खुल जाता है, तो उसके पास भविष्य के लिए अच्छी खासी रकम जमा हो जाती है. सरकार ने इस योजना में बाकी सारी जमा बचत योजनाओं से ज्यादा 7.6 फीसदी वार्षिक ब्याज रखा है. योजना में आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत छूट भी उपलब्ध है.
योजना के तहत सरकार दे रही इतना ब्याज- सुकन्या समृद्धि योजना पर सरकार इस समय जनवरी 2023 में 7.6 प्रतिशत ब्याज दे रही है. इसमें सिर्फ शुरू के 15 साल तक पैसा जमा होता है, लेकिन अकाउंट 21वें साल तक बना रहता है और ब्याज जुड़ता रहती है. इसमें यदि माता पिता हर महीने 1000 रुपए जमा करते हैं तो 21 वे साल में 5 लाख 9 हजार 212 रुपए मिलेंगे.
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