शिमला: जिला चंबा में 2 प्राइमरी स्कूल घरोला और जिगुणी स्कूल डेपुटेशन पर नियुक्त अध्यापकों के सहारे चल रहे हैं. शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने विधानसभा में बताया कि चंबा के 142 प्राइमरी स्कूलों में केवल एक ही अध्यापक है. चंबा के स्कूलों में जेबीटी के 2,313 सैंक्शन पदों में से 169 पद, एचटी के 240 में से 14 पद और सीएचतटी के 9 पद जिला में रिक्त पड़े हुए हैं.
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 2 सालों में भारी संख्या में अध्यापकों के पद भरे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पिछले पांच सालों में 2013 से 2017 तक 7 हजार के करीब अध्यापकों की नियुक्ति की थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने केवल 2 सालों में 6 हजार 268 अध्यापक नियक्त किए हैं.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इसके साथ ही169 जेबीटी अध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो चुकी है,लेकिन मामला कोर्ट में होने के चलते अध्यापक स्कूलों तक नहीं पंहुचे पाए हैं. उन्होंने कहा कि कोर्ट में नियुक्ति को हरि झंडी मिलते ही 169 अध्यापकों को नियुक्ति दे दी जाएगी.
कहां होगी अध्यापकों की नियुक्ति
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि टीजीटी और पीजीटी के विभिन्न पदों के लिए कैबिनेट से मंजूरी प्रदान कर ली गई है और सबऑर्डिनेट बोर्ड हमीरपुर को भी पद भरने की मंजूरी दे दी गई है. भारद्वाज ने कहा कि नए नियुक्त अध्यापकों को ट्राइबल एरिया में ही भेजा जाता है. किसी विशेष परिस्थिती में ही नव नियुक्त अध्यापक को अन्य क्षेत्रों में भेजा जाता है.
बता दें कि चंबा सदर विधायक पवन नैय्यर और डलहौजी विधायक आशा कुमारी ने सरकार से चंबा जिला के स्कूलों की स्थिति व अध्यापकों की रिक्तियों पर प्रश्न किया था. इसके जवाब में शिक्षा मंत्री ने स्कूलों में अध्यापकों की नियुक्ति को लेकर पूरी जानकारी दी . पिछले काफी समय से स्कूलों में अध्यापकों के पद रिक्त पड़े हुए हैं और इसे लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल खड़े करता रहा है.
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