रामपुर: भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), शिमला इकाई का 14वें जिला सम्मेलन की शुरुआत शनिवार को रामपुर में हुई. सम्मेलन का उद्घाटन सीपीआईएम के राज्य सचिव मंडल सदस्य और विधायक राकेश सिंघा ने किया. इस दौरान उन्होंने सम्मेलन में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों की जनविरोधी नीति के चलते आम जनता गहरे संकट में है. देश भयंकर आर्थिक संकट से जूझ रहा है. बेरोजगारी और महंगाई अपने चरम पर है.
सिंघा ने कहा कि सरकार की इन नीतियों के कारण देश में आर्थिक असमानता बढ़ रही है. अमीर और गरीब के बीच की खाई चौड़ी होती जा रही है. देश की 97 प्रतिशत आबादी की आय घटी है और 3 प्रतिशत लोगों की आय में इजाफा हुआ है. देश में 102 अरबपतियों की संख्या 2020 में बढ़कर 140 हो गई है. केंद्र और प्रदेश की सरकारें इन 140 अरबपतियों को हमारे देश की संपत्ति बेच रही है.
राकेश सिंघा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार पूंजीवाद के साथ समझौता करके एक तरफ नव उदारवादी नीतियों को तेजी से लागू कर रही है तो वहीं, दूसरी ओर साम्प्रदायिक एजेंडा चलाते हुए जनता को बांटने की साजिश कर रही है. इतना ही नहीं सरकार का विरोध और प्रतिरोध करने वाले नागरिक और मानवाधिकारों पर हमला किया जा रहा है.
सम्मेलन में जिला सचिव संजय चौहान ने पिछले तीन सालों की रिपोर्ट पेश की. जिसमें जिले में पार्टी के कार्यों का लेखा-जोखा रखा गया. रिपोर्ट में कार्यों की समीक्षा के साथ-साथ जिले और प्रदेश की राजनैतिक परिस्थितियों पर भी चर्चा की गई. रिपोर्ट में कहा गया कि सरकार किसानों के प्रति असंवेदनशील है. सेब से लेकर सब्जियों तक की मंडी में लागत से भी कम कीमत मिल रही है.