मंडी: अंशकालीन जलवाहक कम सेवादार संघ प्रदेश सरकार की अनदेखी पर भड़क गया है. संघ ने बातचीत के लिए न बुलाने पर प्रदेश सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि 15 जुलाई से क्रमिक अनशन को आमरण अनशन में बदल लिया जाएगा.
गुरुवार को अंशकालीन जलवाहक कम सेवादार संघ का क्रमिक अनशन चौथे दिन में प्रवेश कर गया. सीएम के गृह जिला मुख्यालय में जलवाहक अपनी मांगों को लेकर सेरी चाननी में डटे हुए हैं. इस दौरान जलवाहकों ने मांगों के समर्थन पर नारेबाजी भी की.
संघ के महासचिव जय कुमार ने कहा कि संघ का क्रमिक अनशन चौथे दिन में प्रवेश कर गया है, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कोई पहल नहीं हुई है, जिससे जलवाहकों में रोष है. उन्होंने कहा कि सरकार गरीब वर्ग की अनदेखी कर रही है.
बीते दिन जलवाहकों ने डीसी के माध्यम से सरकार को अपना मांग पत्र सौंपा था. जलवाहक संघ के पदाधिकारियों ने निर्णय लिया है कि अगर प्रदेश सरकार मांगों को नहीं मानती तो वो 15 जुलाई से क्रमिक आमरण अनशन शुरू कर देंगे.
बता दें कि संघ की मांगों में मुख्य रूप से बिना किसी शर्त 10 साल का कार्यकाल पूरा कर चुके जलवाहकों को नियमित करना, अगर शिक्षा विभाग में खाली पद नहीं है तो अन्य विभाग में किया जाए ट्रांसफर, अंशकालीन जलवाहकों को पांच साल के बाद डेलीवेज बनाया जाए और तीन साल के बाद नियमित किया जाए, जलवाहकों की सेवानिवृत्ति 58 साल से बढ़ाकर 60 साल की जाए.