मंडी: मंडी जिले के सबसे बड़े हेल्थ इंस्टीट्यूट श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक में गंदगी का आलम कुछ ऐसे नजर आ रहा है की यहां मरीजों को रोजाना परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. नेरचौक मेडिकल कॉलेज के विभिन्न वार्डों में बने शौचालयों में गंदगी का आलम पसरा हुआ है. जिससे अस्पताल में बीमारी का इलाज करवाने आए मरीजों के और ज्यादा बीमार होने की आशंका बढ़ गई है.
अस्पताल में गंदगी का आलम: नेरचौक मेडिकल कॉलेज के महिला मेडिसिन वार्ड में हालात यह है कि शौचालय गंदगी से भरे पड़े हैं. शौचालयों की नालियों पूरी तरह से ब्लॉक हो गई है. जिसके चलते खुले में ही गंदगी फैली हुई है. वहीं, मेडिसिन वार्ड के हालात भी कुछ ऐसे ही हैं. शौचालयों में पानी की नोजल स्प्रे टूटी हुई हैं. पानी के नलों का भी यही हाल है, वो भी टूटे हुए हैं.
मरीजों को हो रही दिक्कतें: महिला मेडिसिन वार्ड में भर्ती मरीजों ने बताया कि पिछले तीन दिनों से शौचालयों की पाइपें ब्लॉक हो गई है. जिस कारण उन्हें रोजाना भारी दिक्कतों से रूबरू होना पड़ रहा है. इसके अलावा कोई भी सफाई कर्मचारी इसे साफ नहीं कर रहा है और न ही ब्लॉक पड़ी पाइपों को सुधारा जा रहा है. वहीं, मेडिसिन वार्ड में दाखिल मरीजों ने बताया कि शौचालयों में टॉयलेट सीट, पानी के नल सब टूट चुके हैं. मरीजों ने बताया कि जब भी अस्पताल में कोई मंत्री या नेता आता है तो उस समय अस्पताल को चमका दिया जाता है.
स्वच्छ भारत अभियान की खुली पोल: नेरचौक मेडिकल कॉलेज में जिस तरह से गंदगी का आलम है. इसने स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ा दी हैं. वहीं, इस मामले में नेरचौक मेडिकल कॉलेज की एमएस डॉ. दीपाली शर्मा ने बताया कि अस्पताल के कुछ वार्डों में इस तरह की समस्या है. उन्होंने कहा कि इस समस्या का एक कारण मरीजों और तीमारदारों द्वारा अस्पताल के शौचालयों को सही से इस्तेमाल न करना भी है. डॉ. दीपाली शर्मा ने कहा कि जल्द ही सफाई कर्मचारियों को भेजकर ब्लॉक पडी पाइपों को खुलवा दिया जाएगा.