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SC के फैसले से कोठीपुरा AIIMS के निर्माण पर लगा ग्रहण, कांग्रेस का आरोप- BJP ने की राजनीति - मंडी

बिलासपुर के कोठीपुरा में बनने वाले एम्स के निर्माण पर एक बार फिर तलवार लटक गई है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कोठीपुरा में एम्स का निर्माण अधर में लटक गया है. कांग्रेस ने केंद्र की बीजेपी सरकार और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री पर काम में ढील बरतने का आरोप लगाया है.

सोहन लाल ठाकुर (डिजाइन फोटो)
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Published : Mar 18, 2019, 6:37 AM IST

मंडी: बिलासपुर जिला के कोठीपुरा में बनने वाला एम्स का निर्माण एक बार फिर अधर में लटक गया है. जिसके लिए कांग्रेस ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर एम्स के निर्माण में ढील बरतने का आरोप लगाया है.

पूर्व कांग्रेस सरकार में सीपीएस रहे सोहन लाल ठाकुर ने कहा कि शिलान्यास के बावजूद एम्स का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है. अगर नेरचौक में एम्स बनाया जाता तो प्रदेश को इसकी सुविधा अब तक मिल चुकी होती. उन्होंने बिलासपुर जिला के कोठीपुरा में बनने वाले एम्स के निर्माण पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूर्व की यूपीए सरकार ने हिमाचल को कई बड़ी सौगात दी. जिसमें एम्स का निर्माण होना सब से बड़ी सौगात थी. केंद्र में जैसे ही सत्ता परिवर्तन हुआ और जेपी नड्डा स्वास्थ्य मंत्री बने, लेकिन उन्होंने एम्स के निर्माण पर राजनीति शुरू कर दी. जिसके बाद एम्स को बिलासपुर में बनाने का निर्णय लिया गया.

सोहन लाल ठाकुर (वीडियो)

सोहन लाल ने कहा कि एम्स के लिए बिलासपुर के कोठीपुरा में जगह चिन्हित की गई, लेकिन उसके बाद जगह पर्याप्त नहीं होने पर फिर विवाद उपजे. उन्होंने कहा कि अब कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि जहां पर एम्स बनाया जाना है, वहां पर मौजूद लगभग 1200 पेड़ नहीं काटे जाएंगे.

सोहन लाल ठाकुर ने आरोप लगाया कि एम्स का शिलान्यास करने के बावजूद भी एम्स का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि नेरचौक में 900 करोड़ की लागत से अस्पताल तैयार किया गया. अगर एम्स का निर्माण बिलासपुर की जगह नेरचौक में किया जाता तो प्रदेश की जनता को बहुत पहले एम्स अस्पताल का लाभ मिल गया होता. उन्होंने कहा कि केंद्र सहित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने एम्स के निर्माण पर राजनीति की, जिसकी वजह से शिलान्यास के बावजूद भी आज तक एम्स का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है.

गौर हो कि सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल में पेड़ कटान पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. बिलासपुर के कोठीपुरा में जहां पर एम्स का निर्माण किया जाना है, वहां से लगभग 1200 पेड़ काटे जाने हैं. सुप्रीम कोर्ट के पेड़ न काटे जाने के बाद फरमान के बाद एम्स का निर्माण अधर में लटक गया है.

मंडी: बिलासपुर जिला के कोठीपुरा में बनने वाला एम्स का निर्माण एक बार फिर अधर में लटक गया है. जिसके लिए कांग्रेस ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर एम्स के निर्माण में ढील बरतने का आरोप लगाया है.

पूर्व कांग्रेस सरकार में सीपीएस रहे सोहन लाल ठाकुर ने कहा कि शिलान्यास के बावजूद एम्स का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है. अगर नेरचौक में एम्स बनाया जाता तो प्रदेश को इसकी सुविधा अब तक मिल चुकी होती. उन्होंने बिलासपुर जिला के कोठीपुरा में बनने वाले एम्स के निर्माण पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूर्व की यूपीए सरकार ने हिमाचल को कई बड़ी सौगात दी. जिसमें एम्स का निर्माण होना सब से बड़ी सौगात थी. केंद्र में जैसे ही सत्ता परिवर्तन हुआ और जेपी नड्डा स्वास्थ्य मंत्री बने, लेकिन उन्होंने एम्स के निर्माण पर राजनीति शुरू कर दी. जिसके बाद एम्स को बिलासपुर में बनाने का निर्णय लिया गया.

सोहन लाल ठाकुर (वीडियो)

सोहन लाल ने कहा कि एम्स के लिए बिलासपुर के कोठीपुरा में जगह चिन्हित की गई, लेकिन उसके बाद जगह पर्याप्त नहीं होने पर फिर विवाद उपजे. उन्होंने कहा कि अब कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि जहां पर एम्स बनाया जाना है, वहां पर मौजूद लगभग 1200 पेड़ नहीं काटे जाएंगे.

सोहन लाल ठाकुर ने आरोप लगाया कि एम्स का शिलान्यास करने के बावजूद भी एम्स का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि नेरचौक में 900 करोड़ की लागत से अस्पताल तैयार किया गया. अगर एम्स का निर्माण बिलासपुर की जगह नेरचौक में किया जाता तो प्रदेश की जनता को बहुत पहले एम्स अस्पताल का लाभ मिल गया होता. उन्होंने कहा कि केंद्र सहित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने एम्स के निर्माण पर राजनीति की, जिसकी वजह से शिलान्यास के बावजूद भी आज तक एम्स का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है.

गौर हो कि सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल में पेड़ कटान पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. बिलासपुर के कोठीपुरा में जहां पर एम्स का निर्माण किया जाना है, वहां से लगभग 1200 पेड़ काटे जाने हैं. सुप्रीम कोर्ट के पेड़ न काटे जाने के बाद फरमान के बाद एम्स का निर्माण अधर में लटक गया है.

कैसे पूरा होगा हिमाचल में एम्स का सपना

SC का एक फैसला और एम्स का खेल खत्म!

बिलासपुर के कोठीपुरा में बनने वाले एम्स के निर्माणकार्य पर लगा ग्रहण

बिना पेड़ों की कटान के नहीं बन सकता है एम्स

पेड़ों की अंधाधुंध कटान पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक

लोकसभा चुनाव में बीजेपी पर कांग्रेस करेगी चौतरफा हमला

पूर्व सीपीएस सोहन लाल ठाकुर ने कहा नड्डा ने एम्स निर्माण पर की राजनीती

नेरचौक में 900 करोड़ किया गया खर्च यहाँ किया जा सकता था एम्स का निर्माण

नेरचौक में एम्स के निर्माण से आज लाखो लोगो की मिलना था लाभ

सुंदरनगर (नितेश सैनी)


एकर : हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के कोठीपुरा में बनने वाला एम्स सियासत की भेंट चढ़ने जा रहा है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस बिलासपुर के एम्स मुद्दे को भुनाने की कोशिश करेगी और बीजेपी पर हमलावर होगी। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के चलते बीजेपी की ओर से क्या रणनीति बनाई जाएंगी जिससे कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस इस मुद्दे को कमजोर साबित कर सके और इस दिशा में हो सकता है सुप्रीम कोर्ट में कोई याचिका भी डाली जाये जिससे कि बिलासपुर के एम्स निर्माण आ रही अड़चनों को दूर किया जा सके। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने भाजपा पर हमला करना शुरू कर दिया है। पूर्व कांग्रेस सरकार में सीपीएस रहे सोहन लाल ठाकुर ने बिलासपुर जिला के कोठीपुरा में बनने वाले एम्स के निर्माण पर सवाल उठाएं है उन्होंने कहा पूर्व की यूपीए सरकार ने हिमाचल को कई बड़ी सौगात दी जिस में एम्स का निर्माण होना सब से बड़ी सौगात थी लेकिन केंद्र में जैसे ही सत्ता परिवर्तन हुआ और केंद्र में जेपी नड्डा ने स्वास्थ्य मंत्री बने लेकिन उन्होंने एम्स के निर्माण पर राजनीती शुरू कर दी। और एम्स को बिलासपुर में एम्स में बनाने का निर्णय लिया गया और जगह चिन्हित की गई लेकिन जब जगह चिन्हित होने के बाद कई विवाद उत्पन हुए क्यों की एम्स के निर्माण के लिए जगह पर्याप्त नहीं थी और आज कोर्ट ने फैसला सुनाया की जहा पर एम्स बनाया जाना है वहाँ पर मौजूद लगभग 1200 पेड़ नहीं काटे जाएंगे। सोहन लाल ठाकुर ने आरोप लगाया की एम्स का शिलान्यास करने के बाबजूद भी एम्स का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया। उन्होंने कहा की नेरचौक में 900 करोड़ की लागत से अस्पताल तैयार किया लेकिन एम्स का निर्माण बिलासपुर की जगह नेरचौक में किया जाता तो प्रदेश की जनता को बहुत पहले एम्स अस्पताल का लाभ मिल गया होता। लेकिन केंद्र सहित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने एम्स के निर्माण पर राजनीती की उसी बजह से शिलान्यास के बाबजूद भी आज तक एम्स का निर्माण शुरू नहीं हो पाया। आप को बता की सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल में पेड़ कटान पर पूरी तरह से रोक लगा दी है और जहाँ पर बिलासपुर के कोठीपुरा में एम्स का निर्माण किया जाना है वहा से लगभग 1200 पेड़ काटे जाने है लेकिन सुप्रीम कोर्ट के पेड़ न काटने जाने के बाद फरमान के बाद एम्स का निर्माण अधर में लटक गया है एक अब देखना होगा कांग्रेस किस तरह से लोकसभा चुनावो को देखते हुए किस तरह से जनता के बिच जा कर भाजपा के खिलाफ प्रचार करेगी।

बाइट : पूर्व सीपीएस सोहन लाल ठाकुर

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