सराज: हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को मौसम के बदलते ही जहां निचले क्षेत्रों में लगातार भारी बारिश हुई है. वहीं, सराज की सभी ऊंची पहाड़ियों माता शिकारी शैटाधार में जमकर बर्फबारी हुई है. पिछले दस दिनों में यहां पर यह बर्फबारी दूसरी बार हुई है. मौसम विभाग के अनुसार आगामी 3 अप्रैल तक मौसम खराब रहने का अनुमान है. इसके लिए स्थानीय प्रशासन ने अलर्ट भी जारी कर दिया गया है.
मैदानी इलाकों में बारिश तो शिकारी माता मंदिर की पहाड़ियों में लगभग 10 इंच से अधिक बर्फबारी हुई है. बुजुर्ग की मानें तो 31 मार्च को दस इंच तक बर्फबारी काफी लंबे अरसे के बाद यहां पर हुआ है. बर्फबारी के बाद माता शिकारी को जाने वाला सड़क मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है. जिसके कारण मंदिर की यात्रा करना श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए जोखिम भरा हो सकता है.
ऐसे में एसडीएम थुनाग पारस अग्रवाल का कहना है कि जैसे ही मौसम साफ होता है लोक निर्माण विभाग को सड़क मार्ग को दुरुस्त करने के आदेश दे दिए जाएंगे. उन्होंने कहा है कि जब तक सड़क पूरी तरह से साफ नहीं होती लोगों से तब तक आगामी आदेशों तक शिकारी माता व अन्य अधिक ऊंचाई वालें क्षेत्रों का रुख न करने की अपील की गई है. साथ ही सावधानी बरतने को भी कहा गया है.
मार्च माह में दूसरी बार हुई बर्फबारी- शुक्रवार को हुई माता शिकारी में बर्फबारी से सराज वासियों को अच्छे पर्यटक सीजन की उम्मीद है. होटल व्यवसायी प्रकाश ठाकुर और हंस राज देव राज ने कहा कि शहरों की गर्मी से बचने के लिए लोग पहाड़ों का रुख करते हैं जिसके लिए बाहरी राज्यों से आए पर्यटकों मनाली और रोहतांग का रुख करते हैं, लेकिन अब वे सराज घाटी में ही बर्फबारी का लुत्फ उठा सकेंगे.
आकर्षण का केंद्र बना माता शिकारी मंदिर- बर्फबारी के बाद अब माता शिकारी और भुलाह रायगढ़ सहित अन्य जगहों में मनमोहक नाजारे देखने को मिल रहे हैं. जिला मंडी में पर्यटक माता शिकारी देवी के लिए ट्रेकिंग करते हैं. यहां मंडी नेरचौक चैलचौक थुनाग होते हुए पहुंचा जाता है. रास्ते में बहुत अच्छे-अच्छे धार्मिक स्थल मिलते हैं. भुलाह और बूढ़ा केदार पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं. थुनाग के समीप बना मनरेगा पार्क अब पर्यटन के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
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