मंडी: छोटी काशी मंडी में 19 से 25 फरवरी तक अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा. इसी के चलते अधिष्ठाता बाबा भूतनाथ मठ मंदिर में बाबा भूतनाथ के श्रृंगार की रस्में विधिवत रूप से निभाई जा रही हैं. सोमवार को बाबा भूतनाथ का तारकेश्वर महादेव के रूप में श्रृंगार किया गया.
शिवरात्रि महोत्सव का आगाज: बाबा भूतनाथ के घृतमंडल श्रृंगार की रस्मों के साथ शिवरात्रि महोत्सव का आगाज हो गया है. शिवरात्रि तक हर रोज बाबा भूतनाथ का अलग-अलग रूपों का श्रृंगार किया जाएगा. उसके बाद मंडी में 7 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का आयोजन होगा. 7 दिनों तक चलने वाले अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में सैकड़ों देवी -देवता मंडी जनपद पहुंचेंगे.
300 साल पुराना मंदिर: बाबा भूतनाथ मठ मंदिर के महंत देवानंद सरस्वती ने बताया कि तारकेश्वर महादेव करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र है. मंदिर 300 साल पुराना और तत्कालीन राजा भारमल ने यह मंदिर बनवाया था. भगवान बोलेनाथ राजा भारमल के सपने में आए थे और उन्हें तारकेश्वर में मंदिर बनाने का निर्देश दिया गया था.
बम-बम भोले के जयकारों से गूंजा शिवालय: उन्होंने कहा कि झारखंड के बैजनाथ मंदिर के आधार पर तारकेश्वर महादेव भी श्रद्धालुओं के लिए विशेष आस्था का केंद्र है. तारकेश्वर महादेव मंदिर के रूप में आज बाबा भूतनाथ का श्रृंगार किया गया. सुबह से ही तारकेश्वर महादेव के दर्शन करने भक्तों की काफी भीड़ आ रही और शिवालय बम-बम भोले के जयकारों से गूंज रहा है.
तारकेश्वर महादेव मंदिर बंगाल में: जानकारी के मुताबिक तारकेश्वर महादेव का मंदिर बंगाल के हुगली जिले में स्थित है. हुगली जिले का तारकेश्वर मंदिर शहर यहां स्थित तारकेश्वर मंदिर के रूप में काफी प्रसिद्ध है. इस शहर का नाम भी इस मंदिर के ऊपर ही पड़ा है. तारकेश्वर मंदिर भगवान तारकनाथ को समर्पित है, जो भगवान शिव के ही एक रूप है. यह मंदिर अठारहवीं शताब्दी में बनाया गया था. यहां भक्तों की भीड़ हमेशा रहती है.
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