मंडी: हिमाचल प्रदेश सरकार अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विकास निगम और हिमाचल प्रदेश महिला विकास निगम के तहत मिलने वाली योजनाओं का लाभ लेकर दलित व पिछड़े वर्ग के लोग व अन्य महिलाएं अपना रोजगार बढ़ा रही हैं. इसके साथ ही अपनी अर्थिकी को भी सुदृढ़ कर रही हैं. निगम के मंडी कार्यालाय से प्रशिक्षण लेकर और फिर यहीं से कम ब्याज पर ऋण लेकर लाभार्थी अपना रोजगार शुरू कर रहे हैं. यही नहीं लाभार्थियों की आमदनी भी इससे बढ़ी है और कुछ तो अन्य को भी प्रशिक्षण देने के साथ रोजगार भी दे रहे हैं. (SC ST Development Corporation Mandi)
मंडी जिले में वित्त वर्ष निगम की ओर से संचालित विभिन्न कार्यक्रमों में करीब 138 लोगों को लाभान्वित किया गया है. निगम से मिले कम ब्याज पर कर्ज से मंडी में लाभार्थियों ने कटिंग टेलरिंग का कार्य शुरू किया और आज उनका काम अच्छा चलने के साथ आमदनी में भी वृद्धि हुई है. लाभार्थियों का कहना है कि निगम से मिलने वाली सुविधा बहुत आसान है और इससे अपने कार्यों को आसानी से चलाया जा सकता है. लाभार्थियों ने माना कि यह सरकार की अच्छी योजना है और सभी पात्र लोगों को इसका लाभ लेना चाहिए. (People doing their business by taking loan in mandi)
वहीं, एससी एसटी विकास निगम मंडी की जिला प्रबंधक कुमारी नीलम ने बताया कि सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार निगम में कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसका लाभ जनता को मिल रहा है. उन्होंने बताया कि निगम में कई प्रकार के स्वरोजगार का प्रशिक्षण, ब्याज उपादान और ब्याज मुक्त शिक्षा ऋण योजना का लाभ पात्र लोगों को दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 में निगम ने विभिन्न स्कीमों में 138 लोगों को लाभ दिया.
इनमें 3 शिक्षा ऋण, 21 लघु ऋण, 35 दलितों को मुफ्त प्रशिक्षण, 60 स्वरोजगार ऋण प्रदान किए गए. इसके साथ ही सरकार की एकमुश्त ब्याज माफ योजना के चलते 76 लाभार्थियों का करीब 71 लाख रुपये के ब्याज और दंड ब्याज माफ किए गए. निगम प्रबंधक कुमारी नीलम ने सभी पात्र लोगों से अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विकास निगम और महिला विकास निगम की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने का आग्रह भी किया.
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