मंडी: मंगलवार को हिमाचल पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू (Himachal Director General of Police) ने सेंट्रल रेंज मंडी के पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के बाद पत्रकार वार्ता के दौरान महानिदेशक संजय कुंडू ने कहा कि छोटी काशी मंडी में आकर उन्हें डेजा ववु (Deja Vu) (फ्रेंच शब्द) वाली फीलिंग हो रही है.
क्या होता है 'देजा वू'
बता दें कि ये एक फ्रेंच शब्द है जिसका मतलब होता है 'पहले भी महसूस किया हुआ'. 'देजा वू' के भीतर ही दो तरह की फीलिंग्स होती हैं. 'देजा विजेत' यानी 'पहले भी देखी गई जगह' और 'देजा वेकु' यानी 'पहले भी जिया हुआ'. इन दोनों भावनाओं से ही बनती है 'देजा वू' की फीलिंग.
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि मंडी में उन्होंने बहुत समय बिताया है और बहुत सी यादें मंडी के साथ उनकी जुड़ी है. बता दें कि पुलिस महानिदेशक 1998 में तत्कालीन भाजपा सरकार (BJP Government) के कार्यकाल में एसपी मंडी के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
मंडी में बिताए हुए दिनों को याद किया
उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान मंडी में बिताए हुए दिनों को याद करते हुए कहा कि उन्हें यहां आकर देजा वू वाली फीलिंग आ रही है. महानिदेशक ने कहा कि उनकी धर्मपत्नी मंडी डीएवी में अध्यापक के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं और उनके बच्चों की पढ़ाई भी यहीं पर हुई है.
उन्होंने कहा कि मंडी में उनके बहुत से दोस्त हैं जो आज भी उन्हें फोन करते हैं. वहीं, उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पुलिस ने तकनीकी सहायता के लिए आईआईटी मंडी के साथ सितंबर माह में एमओयू साइन किया है. शिमला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में आईआईटी मंडी पीएचक्यू अधिकारियों ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर किया है.
हिमाचल पुलिस महानिदेशक (Himachal Director General of Police) संजय कुंडू ने बताया कि एमओयू के आधार पर पुलिस आईआईटी मंडी से तकनीकी तौर पर सहायता लेने जा रही है. उन्होंने कहा कि एमओयू के आधार पर क्राइम, ट्रैफिक व्यवस्था, नारकोटिक्स, महिलाओं से अत्याचार इत्यादि पर आईआईटी का सहयोग मांगा गया है.
उन्होंने कहा कि आईआईटी में वह इन सभी मामलों पर 30 दिसंबर को बैठक करेंगे, ताकि ऐसे मामलों को बेहतर ढंग से सुलझाया जा सके.