सुंदरनगर: जिला मंडी की नाचन विधानसभा क्षेत्र की किलिंग पंचायत में सरकारी सीमेंट बेचने के मामले में नया मोड़ आया है. छम्यार पंचायत के उपप्रधान देशराज ने मीडिया के माध्यम का एक और वीडियो जारी कर विजिलेंस टीम की ओर से उन्हें बेवजह प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है.
शुक्रवार को सुंदरनगर में आयोजित एक प्रेसवार्ता में सामाजिक कार्यकर्ता बीडी चौहान और हरमीश अबरोल के साथ उपप्रधान ने कहा कि विजिलेंस मामले में आरोपी ठेकेदार को पकड़ने के बजाए मामले में जबरदस्ती उन्हें घसीट रही है. उन्होंने आरोप लगाया है कि यह सब राजनीतिक द्वेष भावना के चलते किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ठेकेदार वर्तमान सरकार में अच्छी पैठ रखता है, जिस कारण विजिलेंस के जांच अधिकारी उन पर दवाब बनाकर जबरदस्ती सरकारी सीमेंट को बेचने की बात कबूल करवाने की कोशिश करवा रहे हैं.
उपप्रधान आरोप लगाया कि लोक निर्माण विभाग ने बीजेपी के चहेते ठेकेदारों को खुली लूट की छूट दे रखी है. ठेकदार सरेआम सरकारी सीमेंट बेचने का काम कर रहे हैं और सभी जानते हैं कि महिला इस मामले में उन्हें फंसाने का काम कर रही है, लेकिन विजिलेंस के प्रेशर के आगे कोई भी कुछ नहीं कर पा रहा है.
उपप्रधान देशराज ने कहा कि सीमेंट बेचने का काम अब से नहीं बल्कि लंबे समय से चला हुआ है. उन्होंने प्रदेश सरकार व जिला पुलिस अधीक्षक से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर दोषियों के कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
उपप्रधान ने कहा कि किलिंग में विजिलेंस के छापे में सरकारी सीमेंट पकड़ा गया था. यह सप्लाई एक ठेकेदार की ओर से पंचायत की महिला को की गई थी, लेकिन पूछताछ करने पर महिला ने राजनीतिक दवाब के चलते ठेकेदार को बचाते हुए उनका नाम विजिलेंस को बताया था. वहीं, इस संदर्भ में वह अपने निर्दोष होने के कई साक्ष्य विजिलेंस को सौंप चुके हैं, लेकिन उन्हें मामले में बेवजह घसीटते हुए दोषी साबित करने पर जोर दिया जा रहा है.