करसोग: उपमंडल में किए जा रहे विकास के दावों के बीच सड़कों की खस्ता हालत सहित पेयजल सकंट व सिविल अस्पताल में स्टाफ की कमी को लेकर लोगों ने सरकार पर निशाना साधा है. उपमंडल में मूलभूत सुविधाओं की कमी पर हिमाचल प्रदेश राजीव गांधी पंचायतीराज संगठन ने सरकार पर तीखे प्रहार किए.
समस्याओं का घर बना करसोग
करसोग विधानसभा क्षेत्र समस्याओं का घर बन चुका है. यह चुनाव क्षेत्र मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विधामसभा क्षेत्र की सीमाओं का साथ लगता है. जल शक्ति मंत्री सहित मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद राम स्वरूप शर्मा का अन्य विधानसभा क्षेत्रों की तुलना करसोग में अधिक प्रवास रहता है. इसके बाद भी उपमंडल की जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रही है.
अस्पताल में स्टाफ की कमी
करसोग में सड़कों की हालत बहुत खस्ता है. गड्डों की वजह से वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सिविल अस्पताल में विशेषज्ञों डॉक्टरों की कमी है. ऐसे में दूरदराज के क्षेत्रों से आने वाली गरीब जनता को इलाज के मजबूरन शिमला या मंडी जाना पड़ता है, जिससे लोगों का समय और पैसा दोनों बर्बाद हो रहा है. करसोग नगर पंचायत सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पानी के लिए हाहाकार मची है.
सरकार वादे नहीं कर रही पूरे
लोगों को गाड़ी में पैसे देकर पानी लाना पड़ रहा है. इसी तरह से खड्ड से तत्तापानी को लिफ्ट करने के लिए बलिंगी में लगा पंप खराब है, जिस कारण धार्मिक पर्यटन स्थल तत्तापानी में लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में चुनाव के समय जनता से जो वादे किए गए हैं सरकार उनको पूरा नहीं कर रही है.
धरना देने को तैयार लोग
राजीव गांधी पंचायतीराज संगठन ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से जल्द से जल्द इन समस्याओं का समाधान करने का आग्रह किया है. मांगे पूरी न होने पर करसोग के लोग मुख्यालय में धरना देने को भी तैयार है. हिमाचल प्रदेश राजीव गांधी पंचायतीराज संगठन के प्रदेश सचिव भगतराम व्यास का कहना है कि करसोग विधानसभा क्षेत्र समस्याओं का घर बन चुका है.
मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसे लोग
ये क्षेत्र मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विधामसभा क्षेत्र की सीमाओं के साथ लगता है. उन्होंने कहा कि पड़ोसी विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री होने के बावजूद करसोग में लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहे हैं.
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