मंडी: विपाशा सदन में मंडी संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर और विधायक विक्रमादित्य उपस्थित रहे. इस दौरान पीसीसी चीफ ने कहा कि अगर लोकसभा चुनाव में हल्के से लीड नहीं मिलती है तो 2022 के विधानसभा चुनाव में टिकट से हाथ धोना पड़ सकता है.
कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि ऐसे हलकों के टिकटों पर पुनर्विचार किया जाएगा. उन्होंने साफ किया कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी में इस संबंध में कड़े आदेश जारी किए गए हैं. लोकसभा चुनाव को हल्के में लेने पर कड़ी कार्रवाई अमल पर लाई जाएगी. उन्होंने कहा कि अक्सर लोकसभा चुनाव के दौरान कई विधायक व पूर्व विधायक, अन्य निष्क्रिय हो जाते हैं. जबकि अपने विधानसभा चुनाव में सक्रिय रहते हैं.
पीसीसी चीफ ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हर नेता व पदाधिकारी की जिम्मेवारी तय की गई है. सभी चुनाव को गंभीरता से लें. उन्होंने कहा कि लोस चुनाव के बाद पार्टी नेताओं के कार्य की समीक्षा की जाएगी और कार्रवाई अमल लाई जाएगी. जिला से लेकर ब्लॉक के पदाधिकारियों की कारगुजारी पर भी नजर रहेगी.
वहीं, विधायक विक्रमादित्य ने भी इस संबंध में स्थिति साफ की. उन्होंने कहा कि कई नेता कहते हैं कि हमें काम करने की जरूरत नहीं है. हम 2022 में ही काम करेंगे, लेकिन पार्टी अध्य्क्ष राहुल गांधी ने इस पर कड़ा संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा कि जिन-जिन विधानसभा हलकों में 2019 के चुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं होता है, वहां के नेताओं को 2022 के चुनाव के सपने नहीं देखने चाहिए. विक्रमादित्य ने कहा कि पार्टी हाईकमान ने हर नेता, हर पदाधिकारी की जिम्मेवारी तय की है.
बता दें को लोकसभा चुनाव के दौरान भितरघात ज्यादा देखने को मिलता है. ऐसे में शिकंजा कसने के लिए कांग्रेस ने रणनीति बनाई है. जिसके तहत कांग्रेस नेता हर मोर्चे पर आश्रय के साथ दिखाई दे रहे हैं. पार्टी हाईकमान के इस निर्णय से घबराए नेता सार्वजनिक तौर पर पार्टी प्रत्याशी के साथ खड़े दिख रहे हैं.