मंडी: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिला में प्रशासन की बेरूखी से तंग आकर एक वृद्ध महिला खुद को आत्मदाह करने जा रही थी. हालांकि पुलिस और स्थानीय लोगों के काफी समझाने के बाद आखिर वृद्ध महिला ने आत्मदाह जैसा अपना फैसला बदला दिया.
महिला ने आत्मदाह करने के लिए घास-फूस इकट्ठा तक कर लिए थे. सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और वृद्धा से मामले की पुछताछ की.
पुलिस ने महिला के बयान कलमबद्ध कर जांच शुरू की तो वृद्धा ने अपने साथ प्रशासन द्वारा की जा रही बेरुखी के बारे बताया. बता दें कि नगर पंचायत सरकाघाट वार्ड नंबर दो रामनगर में रहने वाली 65 वर्षीय प्रेमी देवी अपने मायके मे रहती है. उसके पास अपनी कोई जमीन नहीं है. जिस पर वह अपना घर बना सके.
भूमिहीन होने पर वह सरकार से दो बिस्वा जमीन की मांग कई वर्षो से कर रही है, लेकिन सरकारी नियमों और औपचारिकताओं के चक्कर में उसकी फाइल फंसी होने से दुखी होकर प्रेमी देवी ने खुद को आत्मदाह करने जैसा कदम उठाया.
प्रेमी देवी ने बताया कि पिछले 25 वर्षो से सरकार से घर बनाने के लिए वह दो बिस्वा जमीन मांग रही है. इतना लंबा समय बीत जाने पर उसे सरकार दो बिस्वा जमीन घर बनाने के लिए नहीं दे सकी और आश्वासन ही मिले हैं.
महिला का कहना है कि वह ग्राम पंचायत प्रधान से लेकर विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री से फरियाद लगा चुकी हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पाई है. महिला ने चेताया है कि यदि एक माह के भीतर से उसे जमीन नहीं मिली तो वह संयुक्त कार्यालय गेट के बाहर आत्मदाह कर लेगी.
स्थानीय तहसीलदार दीनानाथ यादव ने बताया कि वह अभी हाल ही में यहां आए हैं. मामले की छानबीन कर महिला को नियमों के अनुसार हरसंभव मदद की जाएगी और न्याय दिलाया जाएगा.