मंडी: कोरोना के संकट काल में हिमाचल सरकार की सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना प्रदेश के लाखों जरूरतमंद लोगों के लिए वरदान साबित हुई है. इससे लोगों को कोरोना के कठिन समय में घर के खर्चे चलाने में बहुत मदद मिली है.
योजना के तहत मंडी जिला में कोरोना काल में मौजूदा लाभार्थियों को समय पर पेंशन प्रदान करने के साथ ही इस अवधि में बड़ी संख्या में नए मामले स्वीकृत कर गरीबों-जरूरतमंदों की सहायता की गई.
जिला कल्याण अधिकारी मंडी आरसी बंसल ने बताया कि बीते साल भर में 10 हजार 27 नए मामले स्वीकृत कर लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के दायरे में लाया गया है. मंडी जिला में अब वृद्धावस्था, विधवा, दिव्यांगजन, कुष्ठ रोगी पुनर्वास भत्ता एवं ट्रांसजेंडर श्रेणियों में कुल 1 लाख 9 हजार 877 लोग सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में कवर हैं.
160 करोड़ रुपये धनराशि व्यय की जा रही है
आरसी बंसल ने बताया कि इसके लिए सालाना लगभग 160 करोड़ रुपये धनराशि व्यय की जा रही है. उन्होंने बताया कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन पाने की आयु सीमा को 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष किया है, जिसमें कोई आय सीमा नहीं रखी गई है.
पात्र महिलाओं के लिए पेंशन की व्यवस्था
इस निर्णय से वरिष्ठजनों को विशेष लाभ पहुंचा है. अब सरकार ने 65 से 69 साल के आयु समूह में भी पात्र महिलाओं के लिए पेंशन की व्यवस्था की है. बता दें कि हिमाचल सरकार ने 70 साल से अधिक आयु और 70 प्रतिशत या अधिक दिव्यांगता वाले व्यक्तियों की मासिक पेंशन बढ़ाकर 1500 रुपये कर दी है.
वहीं, अन्य दिव्यांगजनों व विधवा पेंशन 1000 रुपये प्रति माह, जबकि अन्य श्रेणियों में पात्र लोगों को 850 रुपये प्रति माह पेंशन दी जा रही है. 65 साल से ऊपर की पात्र महिलाओं के लिए भी 1000 रुपये महीने की पेंशन का प्रावधान किया गया है.
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