धर्मपुर: हिमाचल प्रदेश के निचले क्षेत्रों में बागवानी को बढ़ावा देने के लिए साढ़े 6 हजार करोड़ रुपये के हिमाचल शिवा (सब-ट्रापिकल हार्टिकल्चर एंड वेल्यु एडिडशन) प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है. इस प्रोजेक्ट के माध्यम से जहां प्रदेश के सात जिलों के किसानों को बागवानी के साथ जोड़ा जा रहा है.
बागवानी मजबूत आर्थिकी का एक अहम आधार बने इस दिशा में भी सरकार लगातार प्रयास कर रही है. बागवानी एवं जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा किसानों से इस प्रोजेक्ट के साथ जुड़ने का आह्वान किया है, ताकि उनके घर में ही स्वरोजगार से न केवल रोजगार सृजित हो सके बल्कि उनकी आर्थिकी को भी बल दिया जा सके.
किसानों को बांटे कृषक औजार
महेंद्र सिंह ठाकुर ने शुक्रवार को धर्मपुर विस क्षेत्र के अंतर्गत ध्वाली (मढ़ी) में एचपी शिवा प्रोजेक्ट और सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती के तहत आयोजित किसान प्रशिक्षण शिविर में बोल रहे थे. इस दौरान उन्होंने एचपी शिवा प्रोजेक्ट के साथ जुड़े स्थानीय किसानों को कृषक औजारों का भी वितरण किया.
170 हेक्टेयर भूमि में रोपे फलदार पौधे
उन्होंने कहा कि शुरुआती दौर में एचपी शिवा प्रोजेक्ट को पायलट आधार पर प्रदेश के चार जिलों में चलाया गया है जिसमें 17 किसान कलस्टर के माध्यम से 170 हेक्टेयर भूमि में 852 किसान परिवारों को जोड़कर लगभग एक लाख 60 हजार फलदार पौधों जिसमें अमरूद, संतरा, लीची व अनार शामिल है का रोपण किया गया है तथा इसके बेहतर परिणाम सामने आए हैं.
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में प्रदेश के सात जिलों मंडी, कांगड़ा, हमीरपुर, बिलासपुर, ऊना, सोलन तथा सिरमौर के 28 विकास खंडों में 350 किसान कलस्टर के तहत 4 हजार हेक्टेयर भूमि को चिन्हित कर 10 हजार किसान परिवारों को जोड़ा जा रहा है.
मंडी जिला में 47 हजार फलदार पौधे रोपित किए
अकेले मंडी जिला में ही 90 किसान कलस्टर के माध्यम से 11 सौ हेक्टेयर भूमि को चिन्हित किया गया है. जबकि धर्मपुर विस क्षेत्र में पायलट आधार पर अब तक चार किसान कलस्टर जिसमें गमधाल-चंगयार, डबरोट, बिंगा तथा नेरी संधोल शामिल है की लगभग 40 हेक्टेयर भूमि में 240 किसान परिवारों को जोड़कर लगभग 47 हजार अमरूद, लीची व संतरे के उच्च किस्म के फलदार पौधों को रोपित किया जा चुका है.
अगले वर्ष 40 किसान कलस्टरों के माध्यम से 500 हेक्टेयर भूमि को चिन्हित कर 900 किसान परिवारों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि एचपी शिवा प्रोजेक्ट के तहत जहां किसानों व बागवानों को उच्च किस्म के फलदार पौधे सरकार द्वारा मुहैया करवाए जा रहे हैं तो वहीं सिंचाई सुविधा, बाड़बंदी का भी प्रावधान किया गया है.
किसानों की सुविधा के लिए स्थापित होंगे संग्रहण केंद्र
आने वाले समय में किसानों की सुविधा के लिए जहां संग्रहण केंद्र स्थापित किये जाएंगे तो वहीं मार्केटिंग कॉम्पलेक्स भी स्थापित होंगे. भविष्य में उन्नत किस्म के फलदार पौधों को तैयार करने के लिए नर्सरी भी स्थापित की जाएंगी ताकि प्रदेश के किसानों व बागवानों को यहीं पर अच्छी किस्म के पौधे आसानी से प्राप्त हो सकें.
किसानों व बागवानों को मिलेगा आधुनिक प्रशिक्षण
बागवानी मंत्री ने कहा कि एचपी शिवा प्रोजेक्ट के तहत धर्मपुर के सिद्धपुर में प्रदेश के किसानों व बागवानों को आधुनिक प्रशिक्षण की सुविधा के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया गया है. इस केंद्र में प्रशिक्षण के अतिरिक्त फलदार पौधों की नर्सरी एवं मशरूम प्रोजेक्ट भी बनेगा.