मंडी: विश्वभर में फैली कोरोना महामारी के चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, अन्य राज्यों से हिमाचल प्रदेश आए प्रवासी मजदूर कोरोना संकट में रोजगार न मिलने से रोजी-रोटी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं.
मंडी जिला में सैकड़ों प्रवासी लोगों को काम ना मिलने से परेशानी झेलनी पड़ रही है. यह लोग अपने घर जाना चाहते हैं, लेकिन इनके पास घर जाने के लिए पैसे नहीं बचे हैं. मामले को लेकर बल्ह क्षेत्र के कुछ प्रवासी लोग पूर्व आबकारी एवं कराधान मंत्री प्रकाश चौधरी के आवास पर घर भेजने का इंतजाम करने की फरियाद लेकर पहुंचे.
प्रवासी मजदूरों ने पूरे मामले को सरकार और जिला प्रशासन के समक्ष रखने की मांग उठाई. वहीं, प्रकाश चौधरी ने भी इन प्रवासी मजदूरों को जल्द घर भेजने का आश्वासन दिया. वहीं, बल्ह के रहने वाले प्रवासी मजदूर राजू ने बताया कि वह पिछले 4 महीने पहले काम के सिलसिले में हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला आया था, लेकिन जब से कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन लगा है तब से वे यहीं फसा हुआ है.
राजू ने कहा कि वह करीब 60 लोगों के साथ रहता है और सभी लोग अपने घर जाना चाहते हैं, लेकिन घर जाने के लिए उनके पास गाड़ी के किराए के लिए पैसे नहीं हैं. इसके लिए उन्हें भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है. लॉकडाउन की अवधि और बढ़ गई तो वे कैसे अपने घर जा पाएंगे. इस बारे में जब जिला प्रशासन से बात की तो उन्होंने कहा कि गाड़ी का पास उपलब्ध करवा दिया जाएगा, लेकिन किसी भी मजदूर के पास किराए के लिए पैसे नहीं बचे हैं. मजदूरों ने सरकार से मांग की है कि उनके घर जाने की व्यवस्था की जाए.
मामले को लेकर पूर्व आबकारी एवं कराधान मंत्री प्रकाश चौधरी ने बताया कि कुछ प्रवासी मजदूर घर जाने की मांग को लेकर उनके आवास पर पहुंचे थे. मामले को जिला प्रशासन और सरकार के समक्ष उठाया जाएगा. अगर फिर भी सरकार ने कोई हल नहीं निकाला तो वे अपने स्तर पर सभी प्रवासी मजदूरों को खुद घर भेजे की व्यवस्था करेंगे.