करसोग/मंडी: वैश्विक महामारी कोरोना सहित लंबे समय से चल रहे सूखे की वहज से कारोबारियों पर चौतरफा मार पड़ी है. करसोग में त्योहार सीजन पर बाजार तो सज कर तैयार है, लेकिन कारोबारियों को खरीददारों का इंतजार है. करवाचौथ और दिवाली के लिए करसोग में सभी तरह की दुकानें सज गई हैं. वहीं कोरोना महामारी और लंबे समय के सूखे से छाए आर्थिक संकट की वजह से बाजारों में रौनक गायब है.
ऐसे में आर्थिक मंदी से कारोबारियों के चेहरे लटक गए हैं. स्थिति ये है कि त्योहार सीजन में बाजार खाली हैं, जिससे कारोबारियों का सारा सामान दुकानों के अंदर पड़ा है. खरीदार न मिलने से कारोबारियों को सामान खरीदने पर आया खर्च निकलना भी मुश्किल हो गया है. त्योहार सीजन को देखते हुए कारोबारियों ने लाखों रुपये का सामान दुकान में डाल रखा है. इस तरह खरीदार न मिलने से कारोबारियों की अच्छी कमाई होनी की उम्मीदों पर भी पानी फिर गया है.
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बता दें कि कोरोना काल में पहले ही बहुत से लोगों का रोजगार छिन गया है. इसके बाद मानसून सीजन में सामान्य से कम हुई बरसात और अब पोस्ट मानसून सीजन में लंबे समय से चल रहे सूखे की वजह से फसलें भी आधी से ज्यादा बर्बाद हो गई है, जिससे किसानों की कमर ही टूट गई है. करसोग में सेब सीजन भी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा. स्टोन फ्रूट पर भी मौसम अच्छी खासी मार पड़ी है.
ऐसे में इस साल हर वर्ग पर चौतरफा मार पड़ी है, जिसका असर अब त्योहार सीजन पर बाजार में छाई आर्थिक मंदी के तौर पर साफ दिख रहा है. करसोग व्यापार मंडल के प्रधान नवीन गुप्ता ने बताया कि इस बार त्योहारी सीजन में बाजार में रौनक नहीं है, जिसकी वजह से दुकानदार मायूस है. उन्होंने कहा लोगों पर इस बार कोरोना सहित मौसम की मार भी पड़ी है, जिसका बाजार पर भी असर पड़ा है.
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