मंडी: अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला 2020 हरियाणा के फरीदाबाद में 1 से 16 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है. इस बार हिमाचल प्रदेश मेले का 'थीम स्टेट' है. मेले में हिमाचल के पर्यटन स्थलों, मंदिरों, झीलों, नदियों, हिमखंडों और यहां के जनजीवन को दिखाया जा रहा है. इस मेले में हिमाचली दलों के साथ मंडी जिला का प्रतिनिधित्व 'मांडव्य' कला मंच कर रहा है.
मंच के लोक कलाकार मंडी जनपद का प्रधान लोक नृत्य लुड्डी, नागरिय नृत्य और गिद्दा प्रस्तुत कर अपनी माटी और अपनी संस्कृति की खुशबू बिखेर रहे हैं. मंच के प्रधान मयंक, सचिव मनीष अटल, मुख्य सलाहकार ललिता समेत कुल 20 कलाकार भाग ले रहे हैं.
मांडव्य कला मंच के संस्थापक कुलदीप गुलेरिया ने बताया कि मेले के पहले चरण में चंबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, किन्नौर और शिमला जिला के 150 लोक कलाकार भाग ले रहे हैं.
मेले की चौथी सांस्कृतिक संध्या में मुख्य चौपाल पर हिमाचल की लोक संस्कृति और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित आकर्षक लोक नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई. इसके साथ ही मेले के विभिन्न मंचों पर हर जिला की लोक संस्कृति की झलक दिखाई जा रही है.
बता दें कि 16 फरवरी तक चलने वाले सूरजकुंड मेला में 40 देशों के हस्तशिल्प कार, दस्तकार और बुनकरों की तरफ से बनाई गई कृतियां और वस्तुएं सबके आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. इसके अतिरिक्त 26 देश प्रतिदिन अपने-अपने देश की लोक संस्कृति से दर्शकों को रूबरू करा रहे हैं. हिमाचली कलाकार भी हिमाचल की लोक संस्कृति के दर्शन अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से करवा रहे हैं.
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