करसोग: हिमाचल में जिला मंडी के तहत करसोग के विश्व प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल तत्तापानी आज सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू जिला स्तरीय मकर संक्रांति मेले की अध्यक्षता करेंगे. सीएम का दोपहर 2 बजकर 30 मिनट पर तत्तापानी पहुंचने का कार्यक्रम तय है. यहां पहुंचने पर सीएम कोल (लोकल रौंगी) और माश की खिचड़ी का प्रसाद चखेंगे. खिचड़ी डीडीबीएलजी एनजीओ की ओर से बनाई जा रही है. (Makar Sankranti 2023)
ये एनजीओ पिछले 93 साल से तत्तापानी में खिचड़ी के महादान की परंपरा को निभा रहा है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति पर अन्न और वस्त्र दान का विशेष महत्व बताया गया है. तत्तापानी में सीएम का आधिकारिक तौर पर कार्यक्रम तय होने के बाद एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर ने शुक्रवार की शाम तैयारियों का भी जायजा भी लिया. यहां सीएम सहित प्रदेश और बाहरी राज्य से आने वाले हजारों की संख्या में श्रद्धालु मकर संक्रांति में बनाई जाने वाली खिचड़ी का प्रसाद चखेंगे.
सीएम सुक्खू जनसभा करेंगे संबोधित- CM बनने के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू का जिला मंडी के किसी भी क्षेत्र का ये पहला कार्यक्रम है. इस अवसर पर सुखविंदर सिंह सुक्खू तत्तापानी के मेला ग्राउंड में जनसभा को संबोधित करेंगे. सीएम दोपहर बाद 2 बजकर 30 मिनट पर तत्तापानी पहुंचेंगे. यहां सबसे पहले सीएम खिचड़ी का प्रसाद चखेंगे. इसके बाद वे जिला स्तरीय मकर संक्रांति मेले की अध्यक्षता करते हुए जनसभा को संबोधित करेंगे. यहां से शाम 4 बजकर 30 मिनट पर उनका वापस शिमला लौटने का कार्यक्रम है. सीएम सड़क मार्ग से शाम 6 बजे शिमला पहुंचेंगे.
सीएम सुक्खू का होगा जोरदार स्वागत- पहली बार सीएम बने सुखविंदर सिंह सुक्खू का तत्तापानी पहुंचने पर भव्य स्वागत होगा. इसके लिए मेला कमेटी सहित पार्टी कार्यकर्ताओं ने तैयारियां पूरी कर ली है. प्रदेश में ओल्ड पेंशन की बहाली को देखते हुए बड़ी संख्या में कर्मचारी भी सीएम का स्वागत करेंगे. सीएम का तत्तापानी आने का कार्यक्रम तय होते ही मेला कमेटी ने सभी अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधियों और गणमान्य लोगों को निमंत्रण भेजा है.
खिचड़ी दान करने का विशेष महत्व- शिमला नगर निगम की पार्षद डॉ. किमी सूद का कहना है कि मकर संक्रांति हिंदुओं का एक बहुत ही बड़ा पर्व है. डीडीबीएलजी एनजीओ इस बार 94वीं बार खिचड़ी का आयोजन कर रहा है. आज यहां पर दो प्रकार कोल और माश की खिचड़ी बनाई जा रही है. उनका कहना है कि मकर संक्रांति में खिचड़ी दान करने का विशेष महत्व है. वहीं, करसोग ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष हेतराम शर्मा का कहना है कि जिला स्तरीय मकर संक्रांति मेले में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू बतौर मुख्यतिथि शिरकत करेंगे. उनका कहना है कि सीएम के लिए दो दालों कोल और माश की खिचड़ी बनाई जा रही है.
मकर संक्रांति पर क्यों खाते हैं खिचड़ी?- मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी मुख्य भोजन माना जाता है. धार्मिक दृष्टि से इस दिन खिचड़ी खाना बेहद शुभ होता है. इससे सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. इसी समय धान की कटाई होती है और नए चावल निकलते हैं. मान्यता है कि ताजा-ताजा धान की कटाई होने के बाद चावल को पकाकर उसे खिचड़ी के रूप में सबसे पहले सूर्य देवता को भोग लगाया जाता है. इससे सूर्य देवता आशीर्वाद देते हैं. धार्मिक मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी खाने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इस दिन खिचड़ी का दान भी शुभ माना जाता है. (Makar Sankranti 2023) (Makar Sankranti fair in Karsog) (Tattapani Makar Sankranti fair) (CM Sukhu in Makar Sankranti fair) (Importance of eating Khichdi on Makar Sankranti)
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