मंडी: विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी और कांग्रेस एकजुटता पर जोर दे रही है, लेकिन जोगिंदर नगर परिषद में कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को हटाने में कांग्रेस नेताओं का किरदार भी अहम माना जा (Factionalism in Joginder Nagar Congress)रहा. यह आरोप और कोई नहीं, बल्कि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने लगाकर एक बार भी कांग्रेस को जनता नहीं, बल्कि कांग्रेस ही हराती इस बात को एक बार फिर साबित कर कर दिया.
शहरी निकाय के चुनावों में पिछले साल कांग्रेस समर्थित चार पार्षदों की जीत के साथ कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष तो बन गए ,लेकिन अपने पद को 1 साल तक ही संभाल पाए. नगर परिषद जोगिंदर नगर के वार्ड नंबर 1 से जीती ममता कपूर अध्यक्ष बनी. वहीं, वार्ड नंबर 6 से जीते अजय धरवाल उपाध्यक्ष पद पर आसीन थे. वार्ड नंबर 2 से राजीव कुमार वार्ड नंबर 3 से प्रेरणा ज्योति, वार्ड नंबर 4 से सीखा, वार्ड नंबर 5 से प्यार चंद ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए. इन 4 पार्षदों में दो भाजपा समर्थित और एक आजाद व एक कांग्रेस समर्थित पार्षद है.
अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का दर्द छलका- नगर परिषद जोगिंदर नगर में अध्यक्ष ममता कपूर व उपाध्यक्ष अजय धरवाल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद जब उनका दर्द छलका तो उन्होंने अपनों का ही धोखेबाज बताया. मीडिया को जारी बयान में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा पार्षदों व आजाद में इतना दम नहीं था कि हमें हटा पाते, अपनों ने ही धोखा दिया. बताया जा रहा है कि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को पद से हटाने की मुहिम पिछले 6 महीने से ही शुरू हो गई थी. शहरी निकाय के नियमों के अनुसार 1 साल पूरा होने के बाद ही अविश्वास प्रस्ताव पारित किया जा सकता है. 1 साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद बीती 15 फरवरी को 7 वार्डों में फैले नगर नगर परिषद जोगिंदर नगर में 4 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव मत पत्र दायर कर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को कुर्सी से नीचे उतार दिया.
बहसबाजी- बीती 5 फरवरी को जोगिंदर नगर ब्लॉक अध्यक्ष के निलंबन के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर के नए आदेशों के अनुसार नए ब्लॉक अध्यक्ष की फीडबैक को बुलाई गई बैठक में जोगिंदर नगर कांग्रेस के गुटों में खूब तू -तू मैं-मैं हुई थी. पार्टी की यह बैठक मछली बाजार बन कर रह गई, जिसमें पार्टी में एकता की पोल एक बार फिर खुली. जोगिंदर नगर ब्लॉक कांग्रेस की इस बैठक की फीडबैक लेने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव शिशुपाल शर्मा व जोगिंदर नगर की प्रभारी अलकनंदा अंडा विशेष तौर पर मौजूद थी. बैठक में पदाधिकारियों द्वारा कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को एकता का पाठ पढ़ाने के बाद गुटों में बटी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को नीचा दिखाने का काम शुरू कर दिया. कार्यकर्ताओं ने अपने अपने नेताओं की नारेबाजी शुरू कर दी जिससे बैठक में माहौल तनावपूर्ण हो गया.
निलंबित भी किया- हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री प्रकाश चौधरी की रिपोर्ट के आधार ब्लॉक कांग्रेस जोगिंदर नगर अध्यक्ष राकेश धरवाल व ब्लॉक कांग्रेस महासचिव लकी ठाकुर को कथित तौर पर असामाजिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में उन्हें पार्टी से आगामी आदेशों तक निलंबित कर दिया था. इन दोनों को पंजाब पुलिस ने अवैध तौर पर शराब की पेटियां ले जाते हुए गिरफ्तार किया था.
ये भी पढ़ें : क्रिकेट फैंस को बीसीसीआई ने दी राहत, एचपीसीए धर्मशाला स्टेडियम में 50 फीसदी दर्शक कर सकेंगे प्रवेश