मंडी: चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर गुरुवार देर रात हुए भारी भूस्खलन के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है. भूस्खलन के कारण बाधित हुए चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं. 500 से ज्यादा छोटे-बड़े वाहन जाम में रात से फंसे हुए हैं.
बता दें कि गुरुवार रात को चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर चार मील के पास भारी भूस्खलन के कारण हाईवे बंद हो गया है. यहां फोरलेन निर्माण के लिए कटिंग का कार्य चल रहा था, लेकिन रात को कार्य बंद था और रात के समय पहाड़ी का एक बहुत बड़ा हिस्सा आकर जमींदोज हो गया. इस मलबे में यहां कार्य पर लगी बहुत सी मशीनरी भी दब गई. राहत की बात यह है कि लैंडस्लाइड से किसी भी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ है.
वहीं, रात को ही मशीनरी को तैनात करके मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया था, लेकिन मलबा इतना ज्यादा है कि उसे हटाने में अभी लंबा समय लग सकता है. इस मामले में एएसपी मंडी सागर चंद ने बताया कि करीब 50 मीटर एरिया तक मलबा फैला हुआ है. यहां काम कर रही कंपनी के कर्मचारियों ने बताया कि यह बहुत बड़ा भूस्खलन है और इतना बड़ा भूस्खलन इस क्षेत्र में पहले नहीं हुआ है. उन्होंने बताया कि जो छोटे वाहन हैं, उन्हें मंडी से वाया कटौला कुल्लू और पंडोह से वाया चैलचौक डडौर भेजा जा रहा है. बड़े और मालवाहक वाहन अभी भी जाम में फंसे हुए हैं.
वहीं, चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर भूस्खलन के बाद जाम में फंसे लोग भी हाईवे की बहाली के इंतजार में हैं. केरल से घूमने आए पर्यटक ने बताया कि वो गुरुवार रात से परिवार सहित जाम में फंसे हैं. वहीं, सामान लेकर जा रहे चालक ने बताया कि उसने कुल्लू सब्जी पहुंचानी है, लेकिन जाम खुलने के बाद ही गाड़ी आगे ले जा पाएगा. जाम में फंसे लोगों ने प्रशासन से मलबा हटाने के कार्य में तेजी लाने की अपील की है.
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