मंडी: जोनल अस्पताल मंडी में मरीज और तीमारदार लैब टेस्ट करवाने के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं. आलम यह है कि पूरा 1 दिन बीत जाने के बाद भी मरीजों के टेस्ट नहीं हो रहे हैं. वहीं, अगर कुछ टेस्ट हो रहे हैं तो उनकी रिपोर्ट 3 दिन बीत जाने के बाद भी नहीं मिल रही है. अस्पताल में रोजाना 800 से 1000 मरीजों की ओपीडी होती है. इनमें से 400 से 500 मरीज सरकारी लैब में टेस्ट करवाते हैं. लेकिन अस्पताल की दो मशीनें पिछले 2 महीनों से बंद पड़ी हैं. (Lack of health facilities in Mandi Hospital)
इंटरनेट का सर्वर डाउन होने से नहीं हुए टेस्ट: वहीं, अस्पताल मंडी में स्थापित क्रस्ना डायग्नोस्टिक लैब में सर्वर डाउन होने से मरीजों और तीमारदारों को सुविधाओं का सामना करना पड़ा है. मंगलवार को इंटरनेट का सर्वर डाउन होने से मरीजों के टेस्ट नहीं हुए तो तीमारदारों और मरीजों ने एमएस दफ्तर के बाहर धरना दे दिया. जोनल अस्पताल मंडी में टेस्ट करवाने आई प्रिया कुमारी ने बताया कि वह पिछले दिन से भूखी है. पूरा 1 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक उनका कोई भी टेस्ट नहीं किया गया है. (Zonal Hospital Mandi)
समय से नहीं मिल रही टेस्ट रिपोर्ट: वहीं, सोनाली ने बताया कि डॉक्टरों ने बीती रात को उनकी मां के कुछ टेस्ट लिखे थे. लेकिन सर्वर डाउन होने की वजह से कोई भी टेस्ट नहीं हो रहा है. उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर किसी भी मरीज को कुछ हो जाए तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ?. वहीं, पधर से आए ओमप्रकाश ने बताया कि क्रस्ना डायग्नोस्टिक लैब में 3 दिन पहले उन्होंने अपने टेस्ट करवाए थे. लेकिन अभी तक टेस्ट की रिपोर्ट उनको नहीं मिल पाई है.
क्या बोले अस्पताल के एमएस: वहीं, जब इस बारे में जोनल अस्पताल मंडी के एमएस डॉक्टर धर्म सिंह वर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि क्रस्ना डायग्नोस्टिक लैब में सर्वर डाउन होने से मरीजों व तीमारदारों को दिक्कत आ रही है. उन्होंने बताया कि बंदरों के द्वारा इंटरनेट की तार तोड़ दी गई है जिस कारण समस्या पेश आ रही है. सरकारी लैब की जो मशीनें खराब चल रही हैं उनकी शिकायत नेक्सजेन मेडिकल डिवाइस को भेज दी है. जल्द ही लैब में टेस्ट की सुविधा शुरू हो जाएगी.
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