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आंखों में आंसू लिए सुंदरनगर से कोलकाता रवाना हुआ परिवार, 3 महीने से पुलिस कर्मी ने दी थी पनाह

सुंदरनगर में लॉकडाउन के चलते पिछले तीन महीने से फंसा कोलकाता का एक परिवार आज अपने घर के लिए रवाना हो गया है. पश्चिम बंगाल के कोलकाता का रहने वाला यह परिवार मार्च में हिमाचल घूमने आया था, लेकिन कोरोनो के चलते लगाए गए लॉकडाउन के बीच ये पूरा परिवार यहीं फंस गया.

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Published : Jun 6, 2020, 5:45 PM IST

Kolkata family returned to their home from sundernagar
सुंदरनगर छोड़कर भावुक हुआ कोलकता का परिवार

सुंदरनगर: जिला मंडी के सुंदरनगर में लॉकडाउन के चलते पिछले तीन महीने से फंसा कोलकाता का एक परिवार आज अपने घर के लिए रवाना हो गया है. पश्चिम बंगाल के कोलकाता का रहने वाला यह परिवार मार्च में हिमाचल घूमने आया था, लेकिन कोरोनो के चलते लगाए गए लॉकडाउन के बीच ये पूरा परिवार यहीं फंस गया.

पुलिस कर्मी प्रकाश चंद बंसल ने इस परिवार को अपने घर पर पनाह दी थी. आज जब इस परिवार के जाने का समय आया तो विदा करने वाले और विदा लेने वाले दोनों परिवारों की आंखें भर आई.

कोलकाता के रहने वाले स्वजल मंडल ने कहा कि वह कभी हिमाचल के लोगों की तरफ से मिले प्यार को नहीं भूला पाएंगे. वहीं उनकी पत्नी रूपाली मंडल ने नम आंखों से सभी का आभार जताया और कहा कि यहां उन्हें एक परिवार की तरह रखा गया. जिसे वह जिंदगी में कभी नहीं भूल पाएंगी. वहीं, उनकी बेटी फेंटसी मंडल ने वापिस घर भिजवाने के लिए सरकार और प्रशासन का आभार जताया.

वीडियो रिपोर्ट

अपने घर पर इस परिवार को पनाह देकर उनका पूरा ध्यान रखने वाले प्रकाश चंद बंसल और उनके पूरे परिवार ने इस परिवार के सभी सदस्यों को पहाड़ी टोपी और सुंदरनगर शहर की तस्वीर भेंट स्वरूप दी. प्रकाश चंद बंसल ने उम्मीद जताई कि यह परिवार अपने साथ यहां की हसीन यादों को लेकर जाएगा और वापिस यहां घूमने जरूर आएगा

लॉकडाउन के बीच हिमाचल और पश्चिम बंगाल के दो परिवारों के बीच जो रिश्ता बना है, वह ताउम्र याद रहेगा. न तो कोलकाता का परिवार इस रिश्ते को भूला पाएगा और न ही सुंदरनगर का परिवार इस मेहमान नवाजी को.

ये भी पढ़ें: कोरोना का असर, इतिहास में पहली बार शीतला माता मंदिर में लगने वाला मेला स्थगित

सुंदरनगर: जिला मंडी के सुंदरनगर में लॉकडाउन के चलते पिछले तीन महीने से फंसा कोलकाता का एक परिवार आज अपने घर के लिए रवाना हो गया है. पश्चिम बंगाल के कोलकाता का रहने वाला यह परिवार मार्च में हिमाचल घूमने आया था, लेकिन कोरोनो के चलते लगाए गए लॉकडाउन के बीच ये पूरा परिवार यहीं फंस गया.

पुलिस कर्मी प्रकाश चंद बंसल ने इस परिवार को अपने घर पर पनाह दी थी. आज जब इस परिवार के जाने का समय आया तो विदा करने वाले और विदा लेने वाले दोनों परिवारों की आंखें भर आई.

कोलकाता के रहने वाले स्वजल मंडल ने कहा कि वह कभी हिमाचल के लोगों की तरफ से मिले प्यार को नहीं भूला पाएंगे. वहीं उनकी पत्नी रूपाली मंडल ने नम आंखों से सभी का आभार जताया और कहा कि यहां उन्हें एक परिवार की तरह रखा गया. जिसे वह जिंदगी में कभी नहीं भूल पाएंगी. वहीं, उनकी बेटी फेंटसी मंडल ने वापिस घर भिजवाने के लिए सरकार और प्रशासन का आभार जताया.

वीडियो रिपोर्ट

अपने घर पर इस परिवार को पनाह देकर उनका पूरा ध्यान रखने वाले प्रकाश चंद बंसल और उनके पूरे परिवार ने इस परिवार के सभी सदस्यों को पहाड़ी टोपी और सुंदरनगर शहर की तस्वीर भेंट स्वरूप दी. प्रकाश चंद बंसल ने उम्मीद जताई कि यह परिवार अपने साथ यहां की हसीन यादों को लेकर जाएगा और वापिस यहां घूमने जरूर आएगा

लॉकडाउन के बीच हिमाचल और पश्चिम बंगाल के दो परिवारों के बीच जो रिश्ता बना है, वह ताउम्र याद रहेगा. न तो कोलकाता का परिवार इस रिश्ते को भूला पाएगा और न ही सुंदरनगर का परिवार इस मेहमान नवाजी को.

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