मंडी: किरतपुर से मनाली तक फोरलेन का निर्माण कार्य प्रगति पर है. फोरलेन निर्माण कार्य के दौरान कई टनलों का भी निर्माण किया जा रहा है. बीती रात को मंडी बाईपास पर मलोरी से इंडस की ओर फोरलेन प्रोजेक्ट के तहत बनी एक टनल का एक हिस्सा ढह गया. बताया जा रहा है कि जिस समय यह हादसा हुआ उस समय 50 मजदूर यहां पर काम कर रहे थे. गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई भी जानी नुकसान नहीं हुआ है.(Kiratpur Manali Four Lane) (Tunnel collapsed on Mandi Bypass)
रात 10 बजे हुआ हादसा: घटना बीती रात करीब 10:00 बजे की है. स्थानीय लोगों के अनुसार इस टनल को कुछ दिन पहले ही ब्रेकथ्रू किया गया था, जो बीती रात को धंस गई. स्थानीय लोगों ने इसे पहाड़ों के साथ छेड़छाड़ करने का नतीजा बताया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि फोरलेन प्रोजेक्ट के लिए जगह-जगह पहाड़ों को काटा जा रहा है, जिसकी वजह से ऐसी दिक्कतें पेश आ रही हैं.
कोई मजदूर घायल नहीं: वार्ड नंबर चार के नेला पार्षद राजेंद्र मोहन ने बताया कि बीती रात को उन्होंने घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने बताया कि घटना में कोई भी मजदूर चोटिल नहीं हुआ है. गौरतलब है कि फोरलेन निर्माण के चलने मंडी से कुल्लू तक का सफर भी खतरों से भर चुका है. वहीं, कटिंग के कारण आए दिन चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे पर पंडोह के पास कई भूस्खलन होते रहते हैं.
इस प्रोजेक्ट के फायदे- किरतपुर-मनाली-लेह फोरलेन प्रोजेक्ट के बनने से कई फायदे हैं. सबसे पहले तो किरतपुर से मनाली के बीच की दूरी 232 किलोमीटर की दूरी घटकर 195 किलोमीटर हो जाएगी. इसके अलावा किरतपुर से मनाली तक के सफर में 3 घंटे कम लगेंगे. अच्छी सड़क बनने से ईंधन की खपत और उसपर होने वाला खर्च भी कम होगा. (Benifits of Kiratpur Manali Leh four lane project) (Kiratpur to Manali distance)
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