मंडी: जिला मंडी में इस बार बरसात ने भारी तबाही मचाई है. बाढ़ और लैंडस्लाइड से जिले में भारी नुकसान हुआ है. वहीं, अब तबाही के बाद सियासत भी गरमाने लगी है. पूर्व मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कौल सिंह ठाकुर ने मंडी में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने मांग की है कि सराज विधानसभा के थुनाग में बाढ़ के साथ बहकर आई लकड़ियों की सीबीआई जांच करवाई जाए.
पेड़ों के अवैध कटान की आशंका: कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि सराज विधानसभा क्षेत्र में पूर्व सरकार के समय में अनियमितताएं बरतकर बिना वन विभाग की अनुमति के कई सड़कों का निर्माण किया गया. जिसमें हजारों पेड़ काटे गए. जो बड़ी मात्रा में लकड़ी बाढ़ में बहकर आई वो भी उसी का ही नतीजा है. जिसके कारण लोगों का भारी नुकसान हुआ है. कौल सिंह ने वनों के अवैध कटान को लेकर आशंका जाहिर की है और प्रदेश सरकार से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
कौल सिंह ने दागे जयराम पर सवाल: पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने पूर्व मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जयराम ठाकुर यह कह रहे हैं कि प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी सरकार से दुखी है और केंद्र में जाना चाहती है. उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर ऐसे अधिकारियों के नाम बताएं जो केंद्र में जाना चाहते हों. प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रही है और कहीं जाने की इच्छुक नहीं है. नियमों के तहत यदि कोई अधिकारी केंद्र में जाना चाहे तो उसे सरकार के पास आवेदन करना पड़ता है. जबकि अभी तक कोई आवेदन नहीं आया है. जयराम बताएं कि क्या उनके पास किसी ने आवेदन किया है.
कौल सिंह की जयराम ठाकुर को नसीहत: कौल सिंह ठाकुर ने जयराम ठाकुर को नसीहत दी कि वे आपदा की स्थिति में राजनीति न करें. केंद्र से राहत पैकेज लेकर आएं और उसका श्रेय लें, हम भी इसके लिए केंद्र का आभार जताएंगे. कौल सिंह ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के पूर्व विधायकों ने अपनी एक महीने की पेंशन सीएम राहत कोष में देने का निर्णय लिया है. उन्होंने लोगों से भी अधिक से अधिक संख्या में राहत कोष में दान करने की अपील की, ताकि ज्यादा से ज्यादा आपदा प्रभावितों की मदद की जा सके.
ये रहे मौजूद: इस मौके पर उनके साथ पूर्व मंत्री एवं मंडी जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रकाश चौधरी, पूर्व सीपीएस सोहन लाल ठाकुर, प्रदेश महासचिव चेत राम ठाकुर और जिला परिषद सदस्य चंपा ठाकुर भी मौजूद रही.
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