मंडी: करसोग में लॉकडाउन का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. इसे कोरोना का खौफ कहें या लोगों की जागरूकता, लेकिन सच्चाई ये है कि गांव की गलियां सुनसान है, खैत लोगों के बिना सुने है. कोई भी इन दिनों घरों से बाहर नहीं निकल रहा है.
जिला मंडी के उपमंडल के सतलुज नदी के साथ सबसे घनी आबादी वाला शाकरा गांव कोरोना के खौफ से वीरान पड़ा है. लोग घरों से बाहर नहीं आ रहे हैं. इन दिनों खेतों में कोई काम करते हुए नजर नहीं आ रहा है. गांव में सभी दुकानों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील का असर देखने को मिल रहा है.
दुकानें निर्धारित समय में सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक ही खुल रही है. राहत की बात है कि दुकानों में शहरों की तरह भीड़ नहीं जुट रही है. लोग जरूरत के हिसाब से ही दुकानों में उचित दूरी बनाकर समान खरीद रहे हैं. लोगों की इस जागरूकता का निश्चित तौर पर कोरोना से लड़ने में बड़ा सहयोग मिलेगा.
सतलुज नदी के पार जिला शिमला की सीमा शुरू हो जाती है. शिमला जिला की सुंदर पहाड़ ने नीचे शकरौडी गांव में भी लोग लॉकडाउन अपील का पूरा सहयोग कर रहे हैं. मंडी और शिमला जिला की सीमाओं पर पुलिस मुस्तैद है. इन दिनों जिला में आने वाले हर वाहन को तलाशी के बाद ही छोड़ा जा रहा है.
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