मंडीः हिमाचल प्रदेश एचआरटीसी पेंशनर्स कल्याण संगठन ने परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. संगठन ने गोविंद ठाकुर को परिवहन विभाग के लिए सक्षम मंत्री नहीं बताया है. संगठन ने सीएम जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि परिवहन विभाग किसी तेज तर्रार मंत्री के पास दिया जाए. मंडी में राज्य स्तरीय बैठक में संगठन ने वित्तीय लाभ न मिलने को लेकर रणनीति बनाई.
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र पाल ने कहा कि वित्तीय लाभ को लेकर परिवहन पेंशनर्स संघर्षरत हैं. परिवहन मंत्री संगठन के साथ वार्ता करें और वित्तीय लाभ को लेकर आश्वासन दें. उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री उनके साथ वार्ता नहीं करना चाहते हैं. शायद मंत्री उन्हें फेस नहीं कर सकते हैं या मंत्री इस विभाग के लिए वो बात करने में सक्षम नहीं है.
उन्होंने कहा कि हम सीएम जयराम ठाकुर से आग्रह करते हैं कि यह विभाग किसी सक्षम मंत्री के पास दिया जाए. वर्तमान में परिहवन मंत्री को यहां तक कुछ पता नहीं लगता है कि मैनेजमेंट में क्या हो रहा है. संगठन ने हैड ऑफिस के अकांउट ब्रांच पर भी सवाल उठाए और जांच की मांग की. उन्होंने ये भी कहा कि मंत्री को कुछ पता नहीं चल पा रहा है. परिवहन मंत्री गणित में कमजोर हैं. मंत्री ने 31 जुलाई तक सभी वित्तीय लाभ देने की बात कही है. इसके बाद क्रमिक भूख हड़ताल व भूख हड़ताल की जाएगी. मांगों की अनदेखी पर पेंशनर आत्मदाह जैसा कदम भी उठा सकते हैं.
बता दें कि एचआरअीसी पेंशनरों को उनके वित्तीय लाभ समय पर नहीं मिल पा रहे हैं. प्रदेश के 6 हजार पेंशनरों के 150 करोड़ से अधिक के वित्तीय लाभ निगम के पास लंबित पड़े हैं. इनकी अदायगी की तरफ सरकार और निगम कोई ध्यान नहीं दे रहा हैं. 2016 के बाद करीब छह सौ रिटायर हुए कर्मचारियों के सभी वित्तीय लाभ अभी तक लंबित पड़े हैं.