सुंदरनगर: कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते प्रदेश के अधिकतर अस्पतालों में ब्लड बैंक खाली होते जा रहे हैं. जिसे वापिस भरने का जिम्मा हिमालयन ब्लड डोनर्स ने उठा रखा है. प्रदेश के कोने-कोने में रक्तदान शिविर आयोजित कर यह संस्था जरुरतमंदों के लिए ब्लड एकत्रित कर रही है.
बता दें कि विश्व रक्तदाता दिवस पर हिमालयन ब्लड डोनर्स और जीव मात्र कल्याण परिवार संस्था ने ब्लड बैंकों में रक्त की कमी को पूरा करने के लिए शनिवार को बीबीएमबी अस्पताल सुंदरनगर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया. इस शिविर में 103 रक्तदाताओं ने ब्लड डोनेट किया.
हिमालयन ब्लड डोनर्स के सचिव कमल ठाकुर ने बताया की उनकी संस्था प्रदेश भर में रक्त की कमी को पूरा करने की कोशिश कर रही है. इस रक्तदान शिविर में सभी लोगों ने मास्क, सैनिटाइजर के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए रक्तदान किया है.
गौरतलब है कि प्रदेश में विभिन्न सामाजिक संस्थाएं अस्पतालों में ब्लड बैंकों को रक्त उपलब्ध करवाने में बड़ी भूमिका निभाती है, लेकिन देश में कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते लंबे वक्त तक यह संस्थाएं रक्तदान शिविरों का आयोजन नहीं करवा पाई. जिससे कई अस्पतालों के ब्लड बैंक खाली होने की कगार पर आ गए हैं. हालांकि अनलॉक-1 में मिली छूट के बाद एक बार फिर सामाजिक संस्थाएं रक्त एकत्रित करने में जुट गई हैं.
क्यों मनाया जाता है विश्व रक्तदान दिवस?
ब्लड ग्रुप्स का पता लगाने वाले कार्ल लैंडस्टीनर के जन्मदिन के दिन ही विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है. 14 जून को कार्ल लैंडस्टेनर का जन्म हुआ था. कार्ल लैंडस्टीनर के ब्लड ग्रुप्स का पता लगाए जाने से पहले तक ब्लड ट्रांसफ्यूजन बिना ग्रुप की जानकारी के ही किया जाता था. इस खोज के लिए ही कार्ल लैंडस्टाईन को सन 1930 में नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
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