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Mandi News: लगातार धंस रहा है हिमाचल! पराशर और रिवालसर की पहाड़ियों पर पड़ी दरारें

हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में जमीन धंस रही है. हो ऐसा रहा है कि कई बने बनाए मकान खिसक रहे हैं. इसी कड़ी में जिला मंडी में पराशर और रिवालसर के पास सरकीधार में भी दरारें पड़ रही हैं. पढ़ें पूरी खबर... (Cracks on the hills of Parashar and Rewalsar) (Mandi News).

Cracks on the hills of Parashar and Rewalsar
डिजाइन फोटो.
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 22, 2023, 3:16 PM IST

एडीएम मंडी डॉ. मदन कुमार.

मंडी: जिला मंडी के दो प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों की पहाड़ियों पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ने से इनके धंसने का खतरा बढ़ गया है. यह दो पहाड़ियां हैं पराशर और रिवालसर के पास सरकीधार. बीते दिनों हुई भारी बारिश के कारण इन पहाड़ियों की मिट्टी भी काफी ज्यादा ढीली हो गई है और इसके ढीला होने से अब यह खिसकने लग गई है जिस कारण पहाड़ी पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं.

पराशर के लिए जाने वाली सड़क की हालत तो यह हो गई है कि उस पर भी यह दरारें साफ दिखाई दे रही हैं और सड़क पर वाहन चलाना खतरनाक हो गया है. एडीएम मंडी डॉ. मदन कुमार ने बताया कि पराशर और सरकीधार में पहाड़ियों पर जो दरारें आई हैं उसके लिए वन विभाग को इस पर विस्तृत रिपोर्ट बनाने को कहा गया है. विभाग की रिपोर्ट आने के बाद इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाएंगे. अभी इसके आसपास रहने वालों को अलर्ट कर दिया गया है और उन्हें सतर्क रहने को कहा गया है.

Cracks on the hills of Parashar and Rewalsar
पराशर लेक.

बता दें कि पराशर के पास पहले से ही काफी ज्यादा मात्रा में भूस्खलन हो रहा है और यह भूस्खलन यहां पर बार-बार बादलों के आपस में टकराने और उस कारण होने वाली भारी बारिश के कारण हो रहा है. वैज्ञानिकों ने भी इस बात को लेकर अलर्ट जारी किया है कि यहां पर भूस्खलन को रोक पाना संभव नहीं, क्योंकि यहां मौसम की परिस्थिति ही कुछ ऐसी है.

वहीं, दूसरी तरफ सरकीधार में भी अब खतरे की घंटी बजने लग गई है. यह दोनों ही स्थान धार्मिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण हैं. पराशर में जहां ऋषि पराशर की तपोस्थली और प्राचीन झील है. वहीं, सरकीधार में पांडवों के निशान आज भी मौजूद हैं और यहां पर भी अर्जुन द्वारा तीर मारकर निकाली गई झील आज भी मौजूद है. इसलिए इन दोनों स्थानों के साथ लाखों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है.

ये भी पढ़ें- Solan Landslide: सोलन जिले के माजरी गांव में भू धंसाव, करीब आधा किमी. तक जमीन में आई दरारें, ग्रामीण घर छोड़ने को मजबूर

एडीएम मंडी डॉ. मदन कुमार.

मंडी: जिला मंडी के दो प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों की पहाड़ियों पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ने से इनके धंसने का खतरा बढ़ गया है. यह दो पहाड़ियां हैं पराशर और रिवालसर के पास सरकीधार. बीते दिनों हुई भारी बारिश के कारण इन पहाड़ियों की मिट्टी भी काफी ज्यादा ढीली हो गई है और इसके ढीला होने से अब यह खिसकने लग गई है जिस कारण पहाड़ी पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं.

पराशर के लिए जाने वाली सड़क की हालत तो यह हो गई है कि उस पर भी यह दरारें साफ दिखाई दे रही हैं और सड़क पर वाहन चलाना खतरनाक हो गया है. एडीएम मंडी डॉ. मदन कुमार ने बताया कि पराशर और सरकीधार में पहाड़ियों पर जो दरारें आई हैं उसके लिए वन विभाग को इस पर विस्तृत रिपोर्ट बनाने को कहा गया है. विभाग की रिपोर्ट आने के बाद इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाएंगे. अभी इसके आसपास रहने वालों को अलर्ट कर दिया गया है और उन्हें सतर्क रहने को कहा गया है.

Cracks on the hills of Parashar and Rewalsar
पराशर लेक.

बता दें कि पराशर के पास पहले से ही काफी ज्यादा मात्रा में भूस्खलन हो रहा है और यह भूस्खलन यहां पर बार-बार बादलों के आपस में टकराने और उस कारण होने वाली भारी बारिश के कारण हो रहा है. वैज्ञानिकों ने भी इस बात को लेकर अलर्ट जारी किया है कि यहां पर भूस्खलन को रोक पाना संभव नहीं, क्योंकि यहां मौसम की परिस्थिति ही कुछ ऐसी है.

वहीं, दूसरी तरफ सरकीधार में भी अब खतरे की घंटी बजने लग गई है. यह दोनों ही स्थान धार्मिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण हैं. पराशर में जहां ऋषि पराशर की तपोस्थली और प्राचीन झील है. वहीं, सरकीधार में पांडवों के निशान आज भी मौजूद हैं और यहां पर भी अर्जुन द्वारा तीर मारकर निकाली गई झील आज भी मौजूद है. इसलिए इन दोनों स्थानों के साथ लाखों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है.

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